Munger news : 6.15 लाख लोग अबतक आयुष्मान भारत योजना से वंचित

Munger news : जिले में अबतक 9.86 लाख लाभुकों में से मात्र 3.71 लाख लाभुकों का ही आयुष्मान कार्ड बन पाया है.

By Sharat Chandra Tripathi | November 9, 2024 11:44 PM
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Munger news : सरकार ने प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना को एक साल पहले ही मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना से जोड़ा था. वहीं अब इसमें साल 2011 की जनगणना में शामिल लाभुकों के साथ राशन कार्डधारियों का भी आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाया जाना है. पर, आयुष्मान कार्ड निर्माण में मुंगेर पूरी तरह पिछड़ गया है. हाल यह है कि जिले में अबतक 9.86 लाख लाभुकों में से मात्र 3.71 लाख लाभुकों का ही आयुष्मान कार्ड बन पाया है. 6.15 लाख लाभुक अबतक योजना से वंचित हैं. अब ऐसे में सरकार जल्द ही 70 या उससे अधिक आयु वर्ग के लाभुकों को भी इस योजना से जोड़ने जा रही है, जिससे जिले के लिए आयुष्मान कार्ड निर्माण बड़ी चुनौती होगी.

अबतक मात्र 3.71 लाख का ही बन पाया है कार्ड

जिले में आयुष्मान भारत योजना के तहत कुल 9 लाख 86 हजार 734 लाभुक हैं. इनमें अबतक कुल तीन लाख 71 हजार 682 लाभुकों का ही आयुष्मान कार्ड बन पाया है. अबतक कुल 6 लाख 15 हजार 082 लाभुक आयुष्मान कार्ड के लाभ से वंचित हैं. अब ऐसे में जिले में मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना को लेकर स्वास्थ्य विभाग के कार्य को समझा जा सकता है.

आयुष्मान कार्ड निर्माण में पूरी तरह पिछड़ा मुंगेर

मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत आयुष्मान कार्ड बनाने के मामले में मुंगेर जिला पूरी तरह पिछड़ गया है. हाल यह है कि मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के साथ जुड़ने के बाद अब राशनकार्ड धारक अपना आयुष्मान कार्ड बना सकते हैं. इसके लिये जनवितरण प्रणाली केंद्रों पर लगातार शिविर तक लगाया जा रहा है. इसके बावजूद अबतक जिले में 6.15 लाख लाभुक योजना के लाभ से वंचित हैं. हाल यह है कि योजना के एक साल बाद भी जिले में अबतक 37.67 प्रतिशत ही लाभुक योजना से आच्छादित हो पाये हैं.

70 या उससे अधिक आयु के लाभुकों का बनाना है कार्ड

सरकार अब इस योजना से 70 या उससे अधिक आयु के लाभुकों को भी जोड़ने जा रही है. इसके लिये तैयारी आरंभ हो गयी है. इस योजना के तहत 70 या उससे अधिक आयु वर्ग के लाभुकों को बिना किसी पात्रता के आयुष्मान कार्ड का लाभ दिया जायेगा. इसमें केवल ऐसे लाभुकों के आधार कार्ड से ही गोल्डन कार्ड बनाया जायेगा. इसके लिए सरकार ने स्वीकृति तो दे दी है, लेकिन अबतक इसे लेकर कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गयी है, जो सरकार द्वारा जल्द ही जारी की जाएगी. ऐसे में मुंगेर जिले में आयुष्मान कार्ड निर्माण की बदहाल स्थिति के बीच 70 या उससे अधिक आयु वर्ग के लाभुकों का गोल्डन कार्ड निर्माण काफी चुनौती भरा होगा.

गाइडलाइन आने के बाद तैयारी की जायेगी : जिला कोऑर्डिनेटर

आयुष्मान कार्ड योजना की जिला कोऑर्डिनेटर ज्योति कुमारी ने बताया कि सभी जनवितरण केंद्रों पर समय-समय पर शिविर लगाया जा रहा है. आशा, सेविका-सहायिका एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा भी लोगों को आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए जागरूक किया जा रहा है. सरकार ने अबतक 70 या उससे अधिक आयु वर्ग के लाभुकों के गोल्डन कार्ड निर्माण को लेकर कोई गाइडलाइन नहीं दी है. गाइडलाइन आने के बाद तैयारी की जायेगी.

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