हड़ताल पर गये एमयू के आउटसोर्सिंग कर्मी
बकाया तीन माह के मानदेय की कर रहे हैं मांग
मुंगेर. मुंगेर विश्वविद्यालय में एलाइट फैल्कॉन एजेंसी के तहत कार्यरत लगभग 70 आउटसोर्सिंग कर्मी सोमवार से अपने तीन माह के बकाये मानदेय भुगतान की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गये. इसके कारण विश्वविद्यालय के अधिकांश विभागों में कार्य लगभग ठप रहा.
विवि ने एजेंसी को दिया था सात माह का बकाया, एजेंसी ने दिया चार माह का मानदेय
आउटसोर्सिंग कर्मियों ने बताया कि दीपावली के पूर्व विश्वविद्यालय द्वारा एजेंसी को 7 माह के बकाये मानदेय के रूप में कुल 1 करोड़ 15 लाख रुपये का भुगतान किया गया था. इसमें से एजेंसी द्वारा पर्व के समय कर्मियों को चार माह का भुगतान किया गया. वहीं अब दो माह बीत चुके हैं, लेकिन एजेंसी द्वारा अबतक बकाये तीन माह का भुगतान नहीं किया गया है. उन्होंने बताया कि इसे लेकर जब एजेंसी से बात की जाती है तो उनके द्वारा कहा जाता है कि अब तक बकाये 27 माह में 14 माह के मानदेय का भुगतान कर दिया गया है. ऐसे में अब विश्वविद्यालय से राशि मिलने के बाद ही बकाये मानदेय का भुगतान किया जायेगा.
मानदेय भुगतान का नहीं है कोई हिसाब
आउटसोर्सिंग कर्मियों ने बताया कि एजेंसी केवल भुगतान कर देती है, लेकिन जब उनसे पूछा जाता है कि 14 माह में कबतक का भुगतान हुआ है तो एजेंसी द्वारा कोई जानकारी कर्मियों को नहीं दी जाती है. हाल यह है कि आउटसोर्सिंग कर्मियों के पास अबतक अपने ही मानेदय भुगतान का कोई हिसाब-किताब नहीं है. उन्होंने बताया कि अब भी 13 माह का मानदेय बकाया है, लेकिन एजेंसी भुगतान नहीं कर रही है. इससे कर्मियों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
कहते हैं कुलसचिव
कुलसचिव कर्नल विजय कुमार ठाकुर ने बताया कि एजेंसी से भुगतान का हिसाब मांगा गया है. इसके लिए एजेंसी को पत्र भी भेजा गया है. हड़ताल एजेंसी और कर्मियों के बीच का मामला है. ऐसे में एजेंसी को हड़ताल समाप्त कराने का निर्देश दिया गया है, ताकि विश्वविद्यालय का कार्य प्रभावित न हो.
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