मुंगेर की स्वाति ने प्रथम प्रयास में मारी बाजी, बनी सिविल न्यायाधीश
32 वीं बिहार न्यायिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा में ओवरऑल प्राप्त किया 81वां रैंक, तो ओबीसी कोटो से दूसरे स्थान पर रही स्वाति
32 वीं बिहार न्यायिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा में ओवरऑल प्राप्त किया 81वां रैंक, तो ओबीसी कोटो से दूसरे स्थान पर रही स्वाति प्रतिनिधि, मुंगेर मुंगेर शहर के बड़ी बाजार कल्लूबाड़ा निवासी स्वाति प्रथम प्रयास में ही बीपीएससी की 32 वीं बिहार न्यायिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता हासिल कर सिविल न्यायाधीश बनी हैं. ओवरऑल रैकिंग में स्वाति का स्थान 81वां रहा, जबकि ओबीसी कोटा में राज्य में दूसरा स्थान प्राप्त किया है. स्वाति की इस उपलब्धी पर मुंगेर के लोगों ने हर्ष जताया है. सरकारी सेवा से रिटायर्ड सुरेश भगत एवं गृहणी मंजू देवी के घर जन्मी स्वाति अपने माता-पिता की एकलौती संतान है. स्वाति ने वर्ष 2012 में मुंगेर नेट्रोडेम एकेडमी स्कूल से मैट्रिक पास किया, जबकि जमालपुर नेट्रोडेम से उसने इंटर किया. इसके बाद वह पश्चिम बंगाल के कोलकाता विवि से एलएलबी और एलएलएम पास किया. घर पर रहकर न्यायिक परीक्षा की तैयारी की और 32 वीं बिहार न्यायिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा में पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर सिविल न्यायाधीश बन गयी. स्वाति बताती है कि उसके मामा आरबी गुप्ता न्यायाधीश पद से सेवानिवृत्त हैं. उनको देख कर ही बचपन से न्यायाधीश बनना चाहती थी और उसी अनुसार तैयारी की.
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