ऋषिकुंड नहीं इंद्ररूख या नौवागढ़ी में बनेगा मुंगेर विश्वविद्यालय का भवन, जमीन का भेजा गया प्रस्ताव

6 मार्च को प्रस्तावित राज्यपाल के मुंगेर आगमन से पहले दोनों में से एक जमीन पर मुहर लग जायेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | February 6, 2025 6:45 PM

मुंगेर

मुंगेर विश्वविद्यालय का भवन निर्माण नक्सल प्रभावित ऋषिकुंड क्षेत्र में नहीं होगा, बल्कि जिला मुख्यालय से सटे आबादी और सुगम रास्ते वाले क्षेत्र में होगा. इसके लिए जमालपुर प्रखंड के इंद्ररूख एव सदर प्रखंड के नौवागढ़ी में 20-20 एकड़ जमीन का चयन किया गया है. जिसका प्रस्ताव भी सरकार को भेज दिया गया है. संभावना है कि 6 मार्च को प्रस्तावित राज्यपाल के मुंगेर आगमन से पहले दोनों में से एक जमीन पर मुहर लग जायेगा.

इंद्ररूख या नौवागढ़ी में भवन निर्माण का प्रस्ताव

जिलाधिकारी अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि मुंगेर विश्वविद्यालय के भवन निर्माण के लिए जमीन को चिह्नित किया जा रहा है. सदर प्रखंड के नौवागढ़ी में जहां 20 एकड़ जमीन को चिह्नित किया गया है. वहीं जमालपुर प्रखंड के इंद्ररूख में इंद्ररूख पूर्वी मौजा में 20 एकड़ जमीन को चिह्नित किया गया है. जिसका बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लि. (बीएसईआईडीसी) की टीम ने निरीक्षण भी किया. डीएम ने बताया कि एमयू भवन के लिए जिन दो जगहों पर जमीन का चयन किया गया है. वह जिला मुख्यालय और एमयू के वर्तमान कैंपस से मात्र 6-7 किलोमीटर दूर है. जहां चारों ओर आबादी है और आवागमन की दृष्टकोण से काफी सुगम है. जमीन का चयन का प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है.

कहते हैं जिलाधिकारी

जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि एमयू भवन के लिए नौवागढ़ी और इंद्ररूख में 20-20 एकड़ जमीन प्रस्तावित है. जो शहर से सटा हुआ और जिला मुख्यालय व वर्तमान एमयू कैंपस से 6-7 किलोमीटर दूर है. आवागमन सहित हर दृष्टिकोण से यह दोनों जमीन बेहतर है.

राज्यपाल आने से पहले जमीन पर लग जायेगी मुहर

मुंगेर : आगामी 6 मार्च को बिहार के राज्यपाल का मुंगेर विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए मुंगेर दौरा प्रस्तावित है. संभावना है कि जिन दो स्थान नौवागढ़ी व इंद्ररूख में 20-20 एकड़ का जमीन एमयू भवन निर्माण के लिए चयनित किया गया है. उसमें से एक स्थान की जमीन पर भवन निर्माण के लिए मुहर लग सकती है. माना जा रहा है राज्यपाल अपने प्रस्तावित दौरा के दौरान चयनित भवन पर एमयू भवन निर्माण का आधारशिला रख सकते है.

ऋषिकुंड क्षेत्र में नहीं बनेगा एमयू भवन, जांच टीम ने नकारा

मुंगेर : मुंगेर विश्वविद्यालय भवन के लिए नक्सल प्रभावित क्षेत्र ऋषिकुंड में जमीन का चयन किया गया था. कभी इस मौजा तो कभी उस मौजा में भवन के लिए जमीन खोजा गया. अंतिम बार हेवली खड़गपुर प्रखंड के तैलियाडीह पंचायत के वीरजपुर मौजा में 20 एक जमीन का चयन किया गया था. लेकिन जांच टीम ने जब निरीक्षण किया तो इसे नकार दिया. क्योंकि जहां पर जमीन का चयन किया था, वहां नक्सल प्रभावित क्षेत्र में गिना जाता है. जबकि तीन-चार किलोमीटर तक वहां कोई गांव अथवा आबादी नहीं है. सड़क रहने के बावजूद सुगम परिवहन का कोई विकल्प नहीं था.

कहते हैं जिलाधिकारी

जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि एमयू भवन के लिए नौवागढ़ी और इंद्ररूख में 20-20 एकड़ जमीन प्रस्तावित है. जो शहर से सटा हुआ और जिला मुख्यालय व वर्तमान एमयू कैंपस से 6-7 किलोमीटर दूर है. आवागमन सहित हर दृष्टिकोण से यह दोनों जमीन बेहतर है.

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