प्रभात फॉलोअप
अब तक दर्ज नहीं हुई प्राथमिकी, तीन युवकों को हिरासत में लेकर पुलिस कर रही पूछताछ
मुंगेरगंगटा थाना क्षेत्र के जमघट गांव निवासी अशोक शर्मा के 22 वर्ष से पुत्र किशन कुमार हत्याकांड में पुलिस घटना के 36 घंटे बाद भी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी है. जिस मोबाइल में हत्या का राज छिपा है, अब तक पुलिस उस मोबाइल तक को नहीं ढूढ़ पायी है. इतना ही नहीं गुरुवार की देर रात तक इस मामले में प्राथमिकी तक दर्ज नहीं हो पायी थी. हालांकि पुलिस तीन युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
बताया जाता है कि मंगलवार को किशन कुमार पड़ोसी के यहां से बर्थडे पार्टी मनाकर वापस लौटा और घर में सो गया था. रात लगभग 12 बजे उसके मोबाइल पर किसी का फोन आया और वह घर से निकल गया. जिसका शव जमघट आम बगीचे में तार पेड़ के नीचे से बुधवार की सुबह बरामद किया गया. लेकिन उसका मोबाइल घटना स्थल पर नहीं मिला. क्योंकि हत्या के बाद से उसका मोबाइल गायब है. जो घटना की रात से ही बंद आ रहा है. अगर मोबाइल मिल जाता है तो किशन हत्याकांड का राज भी खुल जायेगा. क्योंकि मोबाइल के कॉल डिटेल से यह पता चल जायेगा कि किसने उसे कॉल कर बुलाया था. लेकिन पुलिस अब तक मोबाइल तक का पता नहीं चल सका. विदित हो कि क्षेत्र में किशन हत्याकांड के पीछे प्रेम प्रसंग की चर्चा हो रही है.अब तक दर्ज नहीं हो पायी प्राथमिकी
बुधवार की सुबह किशन का शव पुलिस ने जब्त किया. उसी दिन पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया. लेकिन इस मामले में अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पायी है. पुलिस की माने तो अब तक परिजनों ने इस मामले में लिखित शिकायत नहीं किया. घटना के 36 घंटे बीत जाने के बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पायी है. जो परिजनों के दहशत को दर्शाता है.कहते है एसडीपीओ
एसडीपीओ खड़गपुर चंदन कुमार ने बताया कि परिजनों से लगातार पुलिस संपर्क में है. गुरुवार की शाम परिजनों ने कहा कि शव के दाह-संस्कार कराने के बाद लिखित शिकायत करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है