– शिक्षा विभाग की चार सदस्यीय कमिटी सोमवार से कर रही अक्तूबर 2023 से मार्च 2024 तक का ऑडिट
– पूर्व में कैग टीम के ऑडिट आपत्तियों के बाद अब शिक्षा विभाग का ऑडिट बढ़ायेगा परेशानीमुंगेर
शिक्षा विभाग की चार सदस्यीय टीम द्वारा मुंगेर विश्वविद्यालय का ऑडिट सोमवार से आरंभ कर दिया गया है. ऐसे में कैग टीम के ऑडिट के दौरान सामने आयी ऑडिट आपत्तियों के बाद शिक्षा विभाग का ऑडिट विश्वविद्यालय के लिये परेशानी को बढ़ायेगा. हलांकि सोमवार को शिक्षा विभाग के ऑडिट टीम तथा वित्त विभाग के साथ कुलसचिव कर्नल विजय कुमार ठाकुर तथा एफओ प्रो. रंजन कुमार ने बैठक की. इस दौरान वित्त विभाग को सभी जानकारी ऑडिट टीम को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया.कुलसचिव ने बताया कि शिक्षा विभाग की टीम द्वारा सोमवार से विश्वविद्यालय का ऑडिट आरंभ किया गया है. टीम द्वारा अक्तूबर 2023 से मार्च 2024 के बीच विश्वविद्यालय के वित्तीय मामलों सहित अन्य का ऑडिट किया जायेगा. जिसके लिये ऑडिट टीम और विश्वविद्यालय के वित्त विभाग के साथ बैठक हुई. जिसमें वित्त विभाग के कर्मियों को सभी जानकारी ऑडिट टीम को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.
एमयू के लिये बढ़ेगी परेशानी
बता दें कि इससे पहले फरवरी से मई 2024 के बीच कैग की टीम द्वारा विश्वविद्यालय का ऑडिट किया गया था. जिसमें कई प्रकार की जानकारी विश्वविद्यालय द्वारा उपलब्ध नहीं कराने को लेकर कैग टीम द्वारा लगभग 40 बिंदुओं पर आपत्ति भी दर्ज करायी गयी थी. साथ ही उन आपत्तियों का जवाब भी मांगा गया था, लेकिन टीम के जाने के लगभग 6 माह बाद भी एमयू अबतक कैग के कई आपत्तियों का जवाब नहीं दे पाया है. इसके अतिरिक्त शिक्षा विभाग की टीम अक्तूबर 2023 से मार्च 2024 तक के वित्तीय मामलों का ऑडिट कर रही है. जबकि इस दौरान ही एमयू में एकेडमिक सीनेट तथा दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया था. जिसमें बिना टेंडर प्रक्रिया के ही कई सामानों की खरीद पूर्व कुलपति के समय कर ली गयी थी. अब ऐसे में ऑडिट के बाद विश्वविद्यालय के लिये परेशानी और अधिक बढ़ने वाली है.
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