Bihar News: मुंगेर. करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले जालीवुड म्यूजिक इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के सीमएडी जितेंद्र कुमार राजीव को पुलिस ने रिमांड पर लिया. गुरुवार को पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद ने अपने कार्यालय कक्ष में उस ठग से घंटों पूछताछ किया. जिसमें यह पाया गया कि कंपनी का रजिस्ट्रेशन तो मिला, लेकिन इन्वेस्टमेंट स्कीम का कारोबार फर्जी था.
एसपी ने की ठग व ठगी के शिकार लोगों से पूछताछ
गुरुवार को जेल से रिमांड पर लेकर ठग जितेंद्र को सीधे एसपी के पास लाया गया. एसपी ने अपने कार्यालय कक्ष में उससे घंटों पूछताछ की. पूछताछ में यह स्पष्ट हुआ कि जितेंद्र कुमार राजीव ने म्यूजिक कंपनी के नाम पर रजिस्ट्रेशन करा कर फर्जी तरीके से वर्ष 2019 में इन्वेस्टमेंट स्कीम प्रारंभ किया था. इंवेस्टमेंट स्कीम का इनके पास न तो रजिस्ट्रेशन है और न ही वह इससे होने वाली आय का इनकम टैक्स ही जमा करता था. अगस्त 2024 के बाद कंपनी का दिवालिया निकल गया, जिसके कारण उसने 17 नवंबर को कंपनी के जमालपुर स्थित कार्यालय में तालाबंदी कर अंडरग्राउंड हो गया. उसने एसपी को यह भी बताया कि इंवेस्टरों से जमा पैसों को उसने कहीं इंवेस्ट नहीं किया. जिस कारण संपत्ति बढ़ नहीं पायी. इस पैसे से उसने कुछ जमीन खरीदी है और वाहन खरीदे है. जिसे बेच कर वह इंवेस्टरों का पैसा वापस कर सकता है. एसपी ने ठगी के शिकार मो.तालिब हुसैन, रवि कुमार से भी पूछताछ की.
सरकार ने कंपनी चलाने का दोबारा मौका दिया तो सबका लौटा देंगे पैसा
पूछताछ के बाद जब वह बाहर निकला तो एसपी ऑफिस के बाहर जमा एजेंटों व ठगी के शिकार लोगों ने उससे पैसा लौटाने के बावत पूछा. जिस पर ठग जितेंद्र ने सीधा सा जवाब दिया कि अगर सरकार ने दोबारा कंपनी चलाने का परमिशन देती है तो वह सबका पैसा लौटा देंगे.
जितेंद्र ने कहा-कंपनी के लोगों ने ही डुबा दिया कंपनी
जालीवुड म्यूजिक इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के सीमएडी जितेंद्र कुमार राजीव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उसके ही कंपनी के साफ्टवेयर इंजीनियर द्वारा दूसरी कंपनी वालों की साजिश के तहत बेवसाइट स्लो कर दिया गया था. जिसके कारण कंपनी में इंवेस्टरों की संख्या लगातार घटती चली गयी. अगस्त 24 में कंपनी दिवालिया हो गया. जिसके बाद उसने इंवेस्टरों का पैसा लौटाना बंद कर दिया. जब पैसा वापस करने का दबाव बढ़ने लगा तो उसने 17 नवंबर को दौलतपुर जमालपुर स्थित कंपनी के कार्यालय में तालाबंदी वह अंडर ग्राउंड हो गया.
18 नवंबर को दर्ज हुई प्राथमिकी
इधर ठगी का शिकार हुए मो.तालिब हुसैन, कुमार दयानंद और रवि कुमार ने 18 नवंबर को जमालपुर थाना में लाखों के ठगी को लेकर जालीवुड म्यूजिक इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के सीमएडी जितेंद्र कुमार राजीव के खिलाफ लिखित शिकायत की. जिसके आवेदन पर जमालपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पहले कंपनी के साफ्टवेयर इंजीनियर धीरज कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. जिसके बाद पुलिस लगातार उस जितेंद्र की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करने लगी. पुलिस का बढ़ता दबाव देख सीएमडी जितेन्द्र कुमार राजीव ने भी न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया था.
24 घंटे का मिला है रिमांड
पुलिस दविश के कारण न्यायालय में आत्मसर्मपण करने वाले जालीवुड म्यूजिक इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के सीमएडी जितेंद्र कुमार राजीव को पुलिस ने गुरुवार को न्यायालय के आदेश पर 24 घंटे के लिए रिमांड पर लिया है. हालांकि कांड के आईओ ने न्यायालय में रिमांड अवधी बढ़ाने के लिए अर्जी दिया है. वैसे शुक्रवार की सुबह उसका रिमांड अवधी खत्म हो जायेगा. अगर न्यायालय से रिमांड अवधी बढ़ा तो पुलिस उससे और उससे पूछताछ कर अहम सुराग जुटा पायेंगे. अथवा रिमांड अवधी खत्म होने पर उसे न्यायालय में उपस्थापन उपरांत पुन: जेल वापस भेज देंगी.
कहते है पुलिस अधीक्षक
पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद ने बताया कि जालीवुड म्यूजिक इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के सीमएडी जितेंद्र कुमार राजीव को पुलिस ने गुरुवार को रिमांड पर लेकर पूछताछ की गयी. पूछताछ में यह स्पष्ट हो गया कि कंपनी का इंवेस्टमेंट स्कीम फर्जी है. कंपनी के म्यूजिक प्रोडक्शन का लाइसेंस की जांच करायी जायेंगी.