तौफिर के देवी दियारा में नौ मिनीगन फैक्टरी का उद्भेदन, 14 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ चार गिरफ्तार
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के तौफिर के देवी दियारा में शुक्रवार की सुबह अवैध हथियार निर्माण के खिलाफ विशेष छापेमारी अभियान में 9 मिनीगन फैक्टरी का उद्भेदन किया गया, जबकि चार हथियार निर्माताओं को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया.
मुंगेर. मुफस्सिल थाना क्षेत्र के तौफिर के देवी दियारा में शुक्रवार की सुबह अवैध हथियार निर्माण के खिलाफ विशेष छापेमारी अभियान में 9 मिनीगन फैक्टरी का उद्भेदन किया गया, जबकि चार हथियार निर्माताओं को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया. मौके पर से 14 अर्धनिर्मित पिस्टल, 4 पूर्ण निर्मित मैगजीन, 4 अर्धनिर्मित मैगजीन सहित हथियार बनाने के अन्य उपकरण बरामद किये गये. एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि सूचना मिली थी कि तौफिर स्थित देवी दियारा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध हथियार का निर्माण किया जा रहा है. एसडीपीओ राजेश कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया. इसमें मुफस्सिल थानाध्यक्ष चंदन कुमार व अन्य को शामिल किया गया. टीम ने शुक्रवार की सुबह देवी दियारा क्षेत्र में छापेमारी की. इस दौरान 9 मिनीगन फैक्टरी का उद्भेदन किया गया, जबकि तलाशी के दौरान वहां से छिपा कर रखे गये 9 बेश मशीन, 2 हैंड ड्रिल मशीन, 14 अर्धनिर्मित पिस्टल, 4 पूर्ण व 4 अर्धनिर्मित मैगजीन, लोहे का प्लेट, हैंड डाई मशीन, स्प्रिंग, ट्रीगर, 4 मोबाइल सहित हथियार बनाने के उपकरण बरामद किये गये. एसपी ने बताया कि मौके पर से मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिर्जापुर बरदह गांव निवासी मो साहब, मो आफताब आलम उर्फ डब्लू, मो वसीम एवं मो इम्तियाज शामिल है. सभी मिनीगन फैक्टरी संचालन मामले में पहले भी गिरफ्तार होकर जेल जा चुका है. हथियार तस्करों के संपत्ति की जांच को लेकर बनेगी टीम मुंगेर. एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि मुंगेर में हथियार निर्माण और तस्करी के खिलाफ पुलिस लगातार छापेमारी अभियान चला रही है. इसमें पुलिस को लगातार सफलता भी मिल रही है, लेकिन हथियार निर्माण व तस्करी का सिलसिला रूक नहीं रहा है. इस कारोबार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए हथियार कारोबारियों के संपत्ति की जांच की जायेगी. पुराने व नये हथियार कारोबारियों के संपत्ति की जांच के लिए एक विशेष टीम बनाये जायेगी. जो उसके चल-अचल संपत्ति और आय के स्रोत की जानकारी जुटायेंगी. साथ ही गिरफ्तारी के बाद बेल पर बाहर निकलने वाले हथियार कारोबारियों पर भी विशेष नजर रखी जायेगी. ताकि यह पता चल सके कि वह जेल से निकलने के बाद हथियार कारोबार में लिप्त है या नहीं. उन्होंने कहा कि हथियार मामले के सभी केसों की पुन: समीक्षा की जायेगी और सजा दिलाने के लिए न्यायिक प्रक्रिया को पूरी की जायेगी.
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