Munger news : निगम के पास नहीं है वेंडिंग जोन, फिर भी पीएम स्वनिधि के तहत वेंडरों में बंट गये 2.76 करोड़

Munger news : मुंगेर नगर निगम ने शहर में विकास के नाम पर पांच वर्षों में करोड़ों रुपये खर्च किये. पर, मुंगेर शहर की सूरत नहीं बदली.

By Sharat Chandra Tripathi | August 20, 2024 7:36 PM

Munger news : मुंगेर शहर ने पिछले पांच वर्षों में काफी तरक्की की है. बड़े-बड़े कपड़ा व स्वर्ण आभूषण के शॉप, मॉल, होटल, रेस्टोरेंट खोले जा रहे हैं. मुंगेर नगर निगम ने भी शहर में विकास के नाम पर इन पांच वर्षों में करोड़ों रुपये खर्च किये. पर, मुंगेर शहर की सूरत नहीं बदली. कारण, निगम प्रशासन खुद के पास जमीन रहने के बावजूद आज तक वेंडिंग जोन नहीं बना पाया है. हां, वेंडरों के नाम पर पीएम स्वनिधि योजना के तहत 2.4 करोड़ रुपये जरूर बांट दिये गये. पर, आज भी फल व सब्जी की दुकानें वेंडिंग जोन के अभाव में सड़कों पर ही सजती हैं. इसके कारण शहर जाम से कराह रहा है और राहगीर परेशान हैं.

मुंगेर शहर में एक भी वेंडिंग जोन नहीं

मुंगेर नगर निगम क्षेत्र में फुटपाथ पर दुकानदारी करने वले वेंडरों की भरमार है. स्ट्रीट वेंडरों की स्थिति में सुधार के लिए राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन शुरू किया गया, जो वर्धित बाजार के अवसरों तक शहरी पथ विक्रेताओं की पहुंच को सुगम बनाने के लिए उन्हें उपयुक्त स्थान उपलब्ध कराना, संस्थागत ऋण उपलब्ध कराना, सामाजिक सुरक्षा एवं कौशल उपलब्ध कराना है. वेंडरों के लिए प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर की आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि ) योजना प्रारंभ की गयी. मुंगेर नगर निगम के अधीन 3360 रजिस्टर्ड स्ट्रीट वेंडरों में से 2100 वेंडरों को इसका लाभ दिया गया. इनके बीच 2.4 करोड़ रुपये बांटे गये. 1635 स्ट्रीट वेंडरों को प्रति वेंडर 10 हजार रुपये रोजगार के लिए उपलब्ध कराया गया और एक करोड़ 63 लाख 50 हजार रुपये बांटे गये. 20 हजार का लाभ पानेवाले स्ट्रीट वेंडरों की संख्या 400 है. इनके बीच 80 लाख बंटे. 65 दुकानदारोंं को प्रति दुकानदार 50 हजार का लाभ दिया गया. इनमें 32 लाख 50 हजार रुपये बंटे, जबकि शहर में नगर निगम का एक भी वेंडिंग जोन नहीं है.

वेडिंग जोन के लिए पांच स्थलों का हुआ चयन, नहीं बना एक भी

मुंगेर नगर निगम ने शहर के पांच स्थानों का चयन वेंडिंग जोन बनाने के लिए चिह्नित किया है. इनमें वार्ड संख्या-27 का बेकापुर चौक, वार्ड संख्या 11 व 12 का जिला स्कूल अस्पताल रोड, वार्ड संख्या 20 का पूरबसराय गौशाला बसंती तालाब, वार्ड संख्या 34 का कौड़ा मैदान गरैया मार्केट एवं वार्ड संख्या 39 का चंदनबागचुआबाग शामिल है. पर, इनमें से एक भी स्थान पर वेंडिंग जोन का निर्माण आज तक निगम प्रशासन नहीं करा पाया है. हालांकि निगम प्रशासन को कौड़ा मैदान गरैया मार्केट में वेंडिंग जोन बनाने की स्वीकृति प्राप्त है तथा विभाग को प्राक्कलन उपलब्ध कराने के लिए कार्य किया जा रहा है.

शहर की सड़कों पर ठेलेवालों का राज कायम

शहर में अतिक्रमण किस कदर किया गया है यह किसी से छिपा नहीं है. इससे शासन, प्रशासन और राहगीरों का रोज सामना होता है. सुबह होते ही शहर के फुटपाथों पर फल-सब्जी की दुकानें सज जाती हैं, जबकि शहर की सड़कों पर ठेलावालों का राज कायम हो जाता है. एक नंबर ट्रैफिक, राजीव गांधी चौक, आजाद चौक, बाटा चौक समेत अन्य चौक-चौराहों पर भी इनका कब्जा है. कब्जा करनेवालों में नगर निगम से प्रमाणित 3360 वेंडर भी शामिल हैं. ऐसा शायद ही कोई बाजार का क्षेत्र होगा, जहां फुटपाथी दुकानदारों ने कब्जा न कर रखा हो. अतिक्रमण और फुटपाथी दुकानदारों के कारण पूरा शहर जाम से कराह रहा है. बाजार का आलम यह है कि कभी-कभी तो पैदल चलना भी दुभर हो जाता है. हर दिन बाजार में राहगीर और स्ट्रीट वेंडरों के बीच तू-तू, मैं-मैं आम बात हो गयी है. कभी-कभी तो विधि व्यवस्था की समस्या तक उत्पन्न हो जाती है.

प्राक्कलन का कार्य चल रहा : नगर आयुक्त

नगर आयुक्त निखिल धनराज ने कहा कि यह बात सही है कि वर्तमान समय में एक भी वेंडिंग जोन निगम क्षेत्र में नहीं है. पर, शहर के पांच स्थानों को वेंडिंग जोन बनाने के लिए चयनित किया गया है.गरैया मार्केट कौड़ा मैदान में वेंडिंग जोन बनाने की स्वीकृति मिल चुकी है. इसके लिए प्राक्कलन बनाने का कार्य चल रहा है. शीघ्र ही वेंडिंग जोन बना कर स्ट्रीट वेंडरों को वहां पर शिफ्ट किया जायेगा.

Next Article

Exit mobile version