मुंगेर. बुढ़ापा तो वैसे भी काफी कष्टदायक हो जाता है. लेकिन अपनों से ठुकराये वृद्ध के लिये बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के बीच जीवन किस कदर लाचारी भरा होता है. इसे सदर अस्पताल के पुरूष सर्जिकल वार्ड में भर्ती 70 वर्षीय बासुदेव यादव को देख कर समझा जा सकता है. जिनके पैर के घाव का ड्रेसिंग मात्र 10 रूपये के तेल के कारण पिछले पांच दिनों ने नहीं हो पा रहा है. सदर अस्पताल में उनके घाव के ड्रेसिंग के लिये 10 रूपये का तेल तक उपलब्ध नहीं है. सदर अस्पताल के पुरूष सर्जिकल वार्ड में पिछले पांच दिनों से हेरूदियारा निवासी 70 वर्षीय वृद्ध बासुदेव यादव भर्ती हैं. जिसका दायें जांघ पर जलने से घाव हो गया है. 26 जनवरी को ही आग सेंकने के दौरान उसका जांघ जल गया था. उस समय इलाज कराने आये तो चिकित्सक द्वारा दवा देकर घर भेज दिया गया. लेकिन धीरे-धीरे घाव बढ़ने लगा और अब आधे जांघ पर फैल गया है. जिसके बाद वे पांच दिन पहले अस्पताल में भर्ती हुआ. जहां चिकित्सक द्वारा घाव ड्रेसिंग कराने को कहा गया. लेकिन ड्रेसिंग वाले ने बताया कि उसका घाव बाहर से सूखने के कारण पपड़ी बैठ गया है. इसे तेल से पूरा गीला करने के बाद ही ड्रेसिंग होगा. वृद्ध ने बताया कि उसे दो पुत्र हैं. लेकिन दोनों पुत्रों ने विवाह के बाद उसे छोड़ दिया. जिसके बाद से वह कोयला तोड़कर अपने गुजर बसर करता है. हलांकि वृद्धा पेंशन मिलने से राहत मिलती है. लेकिन वो भी पिछले दो माह से नहीं मिला है. अब घाव के कारण वह वृद्धा पेंशन कार्यालय तक भी नहीं जा पा रहे हैं. पुत्र पैसे तक नहीं देते न देखने आते हैं. जिसके कारण अब तो घाव पर लगाने के लिये तेल खरीदने के पैसे तक नहीं है.
कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक
अस्पताल उपाधीक्षक डॉ रमन कुमार ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है. वार्ड जाकर वृद्ध को अपने स्तर से देखा जायेगा. साथ ही उसका ड्रेसिंग कराया जायेगा.
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