समर्थ राष्ट्र की आधारशिला यज्ञमय जीवनशैली : आचार्य मनोज
मां भगवती महिला मंडल के संयोजन में इंदरुख में गुरुवार को एकदिवसीय पंचकुंडीय गायत्री यज्ञ और संध्याकालीन दीप यज्ञ किया गया.
जमालपुर. मां भगवती महिला मंडल के संयोजन में इंदरुख में गुरुवार को एकदिवसीय पंचकुंडीय गायत्री यज्ञ और संध्याकालीन दीप यज्ञ किया गया. जिसमें 110 श्रद्धालुओं ने मां गायत्री सदगुरुदेव, गुरु माता यज्ञ देवता और अग्नि देवता का पूजन किया. आचार्य मनोज मिश्रा ने कहा कि श्रेष्ठ व्यक्तित्व सुसंस्कृत परिवार सभ्य समाज और समर्थ राष्ट्र की आधारशिला यज्ञमय जीवन शैली से परिणामित देव संस्कृति रही है. वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यज्ञ पर्यावरण संतुलन और मानसिक स्वास्थ्य के लिए प्रभावी पढ़ती है. यज्ञ का लोक शिक्षण निष्काम कर्तव्य चलता प्रभु समर्पण सांगठनिक सद्भाव और आदर्श समाज का उद्घोष करता है. सामाजिकता की दृष्टि से यज्ञ परस्पर सद्भाव त्याग कृतज्ञ और प्रकृति की मौलिकता का संदेश देता है. चिकित्सा की दृष्टि से यज्ञोपैथी सामाजिक आरोग्य की सशक्त पढ़ती है. वीरेंद्र मिश्र ने गुरु की छाया में लगी रे लगन हो मां दीप यज्ञ का पर्व आया है भजन की प्रस्तुति दी. तबले पर संगीत शिक्षक विजय विश्वकर्मा थे. भारत किशोर पोद्दार ने बताया कि शांतिकुंज हरिद्वार से राष्ट्रीय स्तर पर संचालित ज्योति कलश रात का आगमन और परिभ्रमण सभी क्षेत्रों में होगा. इस रथ यात्रा के माध्यम से गुरु माता और गुरुदेव की तप और प्राण ऊर्जा से अनुप्रैट अखंड दीप की शताब्दी का दिव्य संदेश जन-जन में संचालित होगा. मौके पर नीलम भगत, आलोक सिंह, दीपक शर्मा, शंभू सिंह, विशाल गौरव, प्रवीण कुमार सिंह, अमेरिका देवी आदि मौजूद थी.
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