बोल बम के मंत्र से मिट जाती है कांवरियों की पीड़ा
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में कच्ची कांवरिया पथ पर दिन-प्रतिदिन श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती ही जा रही है.
संग्रामपुर. विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में कच्ची कांवरिया पथ पर दिन-प्रतिदिन श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती ही जा रही है. तीसरी सोमवारी को बाबा बैद्यनाथ धाम में जलाभिषेक करने वाले कांवरियों की भीड़ रविवार से लगातार सोमवार तक बनी रही. अहले सुबह से ही कांवरिया पथ केसरिया रंग से पूरी तरह समा गया. झमाझम बारिश और मौसम में बदलाव के साथ कांवरिया को राह चलने में आसानी हो रही है. जहां कड़ी धूप से पथ पर बिछाए गए गंगा के सफेद बालू गर्म होने के साथ कांवरिया के पांव पीछे खींच रहे थे. वहीं लगातार हुई बारिश से कांवरियों के पैदल यात्रा करने में पंख लगी हुई है.
बोल बम के मंत्र से मिट जाती है कांवरियों की पीड़ा
श्रावणी मेला में शिव भक्तों के लिए सरकार की ओर से लगातार व्यवस्थाओं में वृद्धि की जा रही है. प्रत्येक वर्ष अप्रत्याशित भीड़ को देखते हुए सरकार वृहद पैमाने पर तैयारी करती है. कांवरिया पथ पर शाम होते ही शिवभक्त विराम करने को विवश दिखाई देते हैं. चाहे जितना भी कष्ट शिव भक्तों को हो कांवरिया पथ में बोल बम के मंत्र से सभी कष्ट मिट जाते हैं. प्रशासनिक तौर पर बाबा धाम जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए सरकार जगह-जगह शुद्ध पेयजल, शौचालय, स्नानागार, बिजली, स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं थकान मिटाने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम की सुविधा कर रखी है. कई स्थानों पर प्रदर्शनी की भी व्यवस्था कर रखी है. ताकि शिवभक्तों को रास्ते में कोई परेशानी नहीं हो.बोल बम के जयघोष से गुलजार हो रहा कांवरिया पथ
बीमार पड़े, बिच्छू काटे या अन्य तरह का कांवरियों को कष्ट होने पर 24 घंटे एंबुलेंस की सुविधा भी जारी है. सावन में नंगे पांव पैदल यात्रा करने वाले शिव भक्तों को अगर परेशानी होता है तो शिव भक्त बोल बम का नारा है बाबा एक सहारा है… का नारा लगाते हुए अपने नंगे पांव को बाबा धाम की ओर बढ़ाते चलते रहते हैं. कोलकाता, सिक्किम, आसनसोल, वर्धमान, दार्जिलिंग, असम के अलावे महाराष्ट्र एवं नेपाल बिहार, झारखंड उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं का भीड़ से कच्ची कांवरिया पथ बोल बम के जयघोष से गुलजार हो रहा है. सुल्तानगंज से बाबा धाम तक तीर्थ यात्रा कष्टकारी साबित हो रही है. बावजूद औघड़दानी शिव की भक्ति एवं श्रद्धा से ओतप्रोत श्रद्धालु एक दूसरे का सहारा लेकर भी बैजनाथ धाम जाते दिखते हैं.बाबा बैद्यनाथ के बाद बासुकीनाथ धाम में भी करते हैं जलाभिषेक
रविवार की शाम कुमरसार धर्मशाला में बंगाल के आसनसोल से आए कांवरियों का जत्था विश्राम कर रहे थे. जत्था में शामिल कांवरिया सुकेश परमार, रजनीश कुमार, राहुल राज, मुस्कान परमार, संगीता पटनायक सहित अन्य ने बताया कि पिछले कई वर्षों से सावन के महीने में सुल्तानगंज से गंगाजल भरकर पैदल यात्रा करते हुए बाबा बैद्यनाथ धाम की यात्रा करते हैं. बाबा बैद्यनाथ धाम की यात्रा के बाद हम सभी बासुकीनाथ धाम भी में बाबा भोले को जलाभिषेक करते हैं. लोगों की माने तो बाबा बैद्यनाथ के दरबार में यदि दीवानी मुकदमों की सुनवाई होती है तो बासुकीनाथ में फौजदारी मुकदमे की. कांवरिया जब तक बासुकीनाथ मंदिर में जल नहीं चढ़ाते हैं तब तक बाबा बैजनाथ धाम की पूजा अधूरी मानी जाती है. बासुकीनाथ मंदिर बाबा बैजनाथ धाम से करीब 46 किलोमीटर दूर झारखंड स्थित दुमका जिले में है. बाबा बैजनाथ मंदिर स्थित कामना लिंग पर जलाभिषेक करने जाने वाले कांवरिया अपनी पूजा करने के लिए नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के नाम से विख्यात बासुकीनाथ मंदिर में पूजा करना नहीं भूलते.शिवभक्तों के जनसैलाब के बीच लगा सेवा शिविर
तारापुर. विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में पिछले तीन दिनों से कच्ची कांवरिया पथ पर शिवभक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा है. सोमवार को एक लाख से अधिक कांवरियों एवं बीस हजार के करीब डाक बम के चलने का अनुमान लगाया जा रहा है. शिवभक्तों की उमड़ती भीड़ के बीच कांवरिया पथ में निःशुल्क सेवा शिविर लगाकर शिवभक्तों को दवाई, मरहम, चाय, नींबू पानी, शरबत एवं फल इत्यादि निःशुल्क दिए जाते हैं. डाक बम की यात्रा रुकती नहीं है, इसलिए शिविर के कार्यकर्ता उन्हें चलते-चलते पानी व शरबत पिलाते हैं और फल देते हैं. कुछ कार्यकर्ता उनके पैरों पर दर्द निवारक स्प्रे भी डालते हैं. बोल बम डाक सेवा समिति में गर्म जल का थपेड़ा देकर राहत पहुंचाने का काम करते हैं. लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास की ओर से छत्रहार मिल्की के बीच राष्ट्रीय सचिव मिथिलेश कुमार सिंह के नेतृत्व में शिविर लगाया गया. जहां स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ-साथ दूसरे जगह के भी नेता आकर कांवरियों की सेवा की. जय बाबा भोलेनाथ सेवा समिति गोगाचक धर्मशाला के पास तिलड़िहा दुर्गा स्थान के स्वयंसेवक मानस और सोनू के नेतृत्व में कांवरियों की सेवा की.
जगह-जगह जाम से कराहता रहा सुल्तानगंज-देवघर राज्य मार्ग
असरगंज : सावन माह में तीसरी सोमवारी पर जल भरकर देवघर जाने वाले शिवभक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा. सुबह से ही मौसम सुहावना एवं दोपहर एक बजे हुई बारिश के बीच बोल बम के जयकारे के साथ कांवरिया पूरे उत्साह एवं उमंग के साथ बाबा धाम की ओर बढ़ते जा रहे थे. बारिश में भी कांवरिया के पैर रुकने का नाम नहीं ले रहे थे. वहीं वाहनों से बाबा धाम जाने वाले श्रद्धालुओं में भी इजाफा देखा गया. कांवरिया वाहनों के अत्यधिक परिचालन से शाहकुंड मोड़ एवं शंभुगंज मोड़ क्रॉसिंग पर लगातार जाम लगा रहा. मोड़ के समीप तैनात पुलिस बल जाम हटाने का प्रयास करते रहे. वहीं सुल्तानगंज-देवघर राज्य मार्ग में कांवरियों की अप्रत्याशीत वाहनों की भीड़ से कमरांय, मासूमगंज, शाहकुंड मोड़, असरगंज बस स्टैंड एवं शंभूगंज मोड़ तक घंटों जाम लगा रहा. जिससे स्थानीय राहगीरों के साथ ही बाइक चालकों को काफी परेशानी हुई.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है