सदर अस्पताल के वार्ड में एंबुलेंस के लिये चार घंटे तक तरसता रहा मरीज
जिले में बेहतर स्वास्थ्य सेवा को लेकर भले ही बड़े-बड़े दावे किये जा रहे हों, लेकिन मुंगेर सदर अस्पताल में मरीजों को सही समय पर एंबुलेंस तक नसीब नहीं हो पा रहा है.
प्रतिनिधि, मुंगेर. जिले में बेहतर स्वास्थ्य सेवा को लेकर भले ही बड़े-बड़े दावे किये जा रहे हों, लेकिन मुंगेर सदर अस्पताल में मरीजों को सही समय पर एंबुलेंस तक नसीब नहीं हो पा रहा है. कुछ ऐसा ही हाल सदर अस्पताल में बुधवार को देखने को मिला. जहां पेड़ से लकड़ी तोड़ने के दौरान गिर घायल एक युवक को हायर सेंटर जाने के लिये 4 घंटे तक एंबुलेंस नहीं मिल पाया. जबकि इस दौरान टूटे पैर के दर्द से युवक वार्ड में ही कराहता रहा. दरअसल छठ महापर्व के दूसरे दिन खरना पूजा को लेकर मुंगेर शहर के शिवनगर निवासी तारकेश्वर महतो का पुत्र दिलीप कुमार आम के पेड़ से लड़की तोड़ रहा था. इसी दौरान पैर फिसलने के कारण वह पेड़ से नीचे गिर पड़ा. जिसमें उसका दायां पैर टूट गया. इसके बाद उसे पहले तो पुरुष सर्जिकल वार्ड में भर्ती कर दिया गया. जहां से उसे रेफर किया गया. परिजनों ने बताया कि दिलीप का पैर टूट जाने के कारण चिकित्सक द्वारा सुबह 8 बजे ही रेफर कर दिया गया. इसके बाद पहले तो 102 नंबर पर कॉल करने पर बताया गया कि 10 मिनट में एंबुलेंस पहुंच जायेगा, लेकिन एक घंटे तक एंबुलेंस नहीं आने के बाद उसने दोबारा 102 नंबर पर कॉल किया, लेकिन फोन नहीं उठाया गया. इसके बाद वह 12 बजे तक कॉल करता रहा, इसमें कई बार तो कॉल नहीं उठाया गया, वहीं कॉल उठाने के बाद बार-बार 10 मिनट में एंबुलेंस पहुंचने की बात कही गयी. परिजनों ने बताया कि इस दौरान उसने वार्ड के कर्मियों तथा अन्य लोगों से भी मदद की गुहार लगायी, लेकिन 12 बजे तक उसे एंबुलेंस नहीं मिल पाया, हालांकि महिला वार्ड में राउंड लगाने के दौरान अस्पताल उपाधीक्षक को इसकी जानकारी मिलने के बाद मरीज को एंबुलेंस उपलब्ध कराया गया.
कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ रमन कुमार ने बताया कि छठ पर्व के दौरान कई जगहों पर एंबुलेंस की ड्यूटी लगायी गयी है. इस कारण अस्पताल में एंबुलेंस की कमी हो गयी है. हालांकि मामले की जानकारी मिलने के बाद मरीज को एंबुलेंस उपलब्ध कराया गया.
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