मुंगेर विश्वविद्यालय मुख्यालय में पीजी के विद्यार्थियों ने की तालाबंदी, काम-काज रहा ठप

मुंगेर विश्वविद्यालय के लिये शनिवार का दिन हंगामेदार रहा

By Prabhat Khabar News Desk | May 18, 2024 11:04 PM

प्रतिनिधि, मुंगेर. मुंगेर विश्वविद्यालय के लिये शनिवार का दिन हंगामेदार रहा. सुबह 10 बजे ही कोशी कॉलेज, खगड़िया के सत्र 2022-24 पीजी सेमेस्टर-3 में फेल व प्रमोटेड विद्यार्थियों ने रिजल्ट से नाराज होकर विश्वविद्यालय में ताला जड़ दिया. वहीं हंगामे के कारण विश्वविद्यालय के अधिकारी व कर्मचारी आम के पेड़ के नीचे छांव में ही बैठे रहे. इस दौरान कई बार अधिकारियों व छात्र नेताओं के बीच विवाद की स्थिति भी बनती नजर आयी. हालांकि, शाम 5 बजे अधिकारियों व छात्र नेताओं के बीच हुए वार्ता के बाद मामला शांत हुआ. इसमें निर्णय लिया गया कि सोमवार को पटना राजभवन में आयोजित बैठक से अधिकारियों के आने के बाद मामले पर अंतिम निर्णय लिया जायेगा. सीसी-11 में ही 25 से अधिक विद्यार्थी है प्रमोटेड व फेल पीजी सेमेस्टर-3 की परीक्षा में कोशी कॉलेज, खगड़िया पीजी सेंटर के 57 परीक्षार्थियों में 35 से अधिक विद्यार्थी प्रमोटेड या फेल हैं. जिससे नाराज होकर कोशी कॉलेज पीजी के विद्यार्थी शनिवार की सुबह 10 बजे ही विश्वविद्यालय पहुंच गये और विश्वविद्यालय के गेट में ताला जड़ दिया. इस कारण न तो अधिकारी व न ही कर्मी अंदर जा पाये. विद्यार्थियों ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा लगभग सभी विद्यार्थियों को एक ही विषय सीसी-11 में प्रमोटेड या फेल कर दिया गया है. जो संभव नहीं है. विद्यार्थियों का कहना था कि ऐसे विद्यार्थी, जिनकी परीक्षा ठीक नहीं गयी थी. वैसे विद्यार्थी पास है. जबकि उनलोगों को फेल कर दिया गया है. कई विद्यार्थी पीजी सेमेस्टर-2 में भी प्रमोटेड व फेल है. जिनका रिजल्ट अबतक ठीक नहीं हुआ है. विश्वविद्यालय द्वारा जो रिजल्ट जारी किया गया है. वो पूरी तरह गलत है. रिजल्ट की सही से दोबारा जांच की जानी चाहिये. आम के पेड़ के नीचे बैठे रहे अधिकारी व कर्मचारी विद्यार्थियों के धरना-प्रदर्शन व मुख्यालय के गेट में ताला जड़ देने के कारण शनिवार को पूरे दिन एमयू के अधिकारी व कर्मी विश्वविद्यालय कैंपस में बने आम के बगीचे में बैठे रहे. जिसके कारण विश्वविद्यालय का कार्य ठप रहा. हालांकि, अपराह्न 1.30 बजे कुलपति प्रो. श्यामा राय विश्वविद्यालय पहुंची और विद्यार्थियों से बात की, लेकिन इस बीच घंटों बातचीत के बावजूद विद्यार्थियों व अधिकारियों में कोई सहमति नहीं बनी. विद्यार्थियों द्वारा कुलपति को तो विश्वविद्यालय के अंदर जाने दिया गया, लेकिन अन्य अधिकारियों को बाहर ही रोक दिया गया. इधर, कुलपति के साथ कुलसचिव व परीक्षा नियंत्रक और छात्र प्रतिनिधियों के बीच वार्ता की बात पर सहमति तो बनी, लेकिन विद्यार्थियों के उग्र रवैये के कारण मामला दोबारा गर्म हो गया और लगभग 4 बजे तक अधिकारियों व विद्यार्थियों के बीच बातचीत नहीं हो पायी. मंगलवार को वार्ता के बाद होगा अंतिम निर्णय हंगामे के बाद विद्यार्थियों द्वारा लगभग 3.30 बजे कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक व डीएसडब्लू को कुलपति से वार्ता के लिये अंदर जाने की बात कही गयी, लेकिन पूरे दिन विश्वविद्यालय के बाहर बैठे अधिकारियों ने विश्वविद्यालय के अंदर जाने से मना कर दिया. इस दौरान अधिकारियों के विश्वविद्यालय कैंपस से बाहर जाने के दौरान अधिकारियों व विद्यार्थियों के बीच विवाद की स्थिति भी बनी, लेकिन बाद में सहमति बनी की रविवार को साप्ताहिक अवकाश और सोमवार को पटना राजभवन की बैठक से अधिकारियों के आने के बाद मामले पर छात्रों के साथ वार्ता कर अंतिम निर्णय लिया जायेगा. रूठने-मानने का चलता रहा दौर मुंगेर. शनिवार को एमयू मुख्यालय में विद्यार्थियों का धरना प्रदर्शन काफी अजीबो-गरीब रहा. धरना प्रदर्शन के बीच कई बार विद्यार्थियों के रूठने और अधिकारियों द्वारा उन्हें मनाने का नजारा देखने को मिला. हाल यह था कि धरना प्रदर्शन के बीच कुछ छात्र नेता पहले विश्वविद्यालय के गेट पर नाराज होकर बैठ गये. जिसे अधिकारियों द्वारा मनाने का प्रयास किया गया. इसी बीच कुछ छात्र नेताओं का विश्वविद्यालय के कर्मियों के साथ विवाद होने के बाद छात्र नेता नाराज होकर बैठ गये. जिसे बाद में दोबारा अधिकारियों द्वारा मनाया गया. हद तो यह रही कि पूरे मामले के दौरान प्रमोटेड या फेल विद्यार्थी ढंग से विश्वविद्यालय के समक्ष अपना मामला तक नहीं रख पाये.

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