प्रतिनिधि, मुंगेर. मुंगेर-मिर्जाचौकी फोरलेन निर्माण के लिए अधिग्रहित भूमि पर जिला प्रशासन ने जानकीनगर से नौवागढ़ी के बीच साढ़े चार किलोमीटर जमीन का पॉजिशन एनएचएआई को दिलवाया. इसे लेकर कई बार रैयत और प्रशासन आमने-सामने हुआ, लेकिन प्रशासन की सख्ती के बीच रैयतों को पीछे हटना पड़ा. गुरुवार को शेष बचे डेढ़ किलोमीटर जमीन पर पॉजिशन दिलाने का काम किया जायेगा. तैयारी के साथ पहुंची जिला व पुलिस प्रशासन ने दिलाया पॉजिशन. बताया जाता है कि जानकी नगर से नौवागढ़ी के बीच फोरलेन निर्माण कार्य जमीन पर पॉजिशन नहीं मिलने के कारण लंबे समय से बाधित था. बुधवार को वरीय उप समाहर्ता शिवशंकर, एसडीओ सदर शैलेंद्र कुमार सिंह, एसडीपीओ सदर राजेश कुमार, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी पंकज कुमार दलबल के साथ जमीन पर पॉजिशन दिलाने के लिए पहुंचे. साथ में नयारामनगर थानाध्यक्ष व उनकी टीम के साथ 100 पुलिस बल शामिल थे. जानकीनगर चंदनपुरा से जमीन पर पॉजिशन दिलाने की कार्रवाई शुरू हुई. इस दौरान कई बार रैयत और प्रशासन आमने-सामने हुए, लेकिन मिशन मोड में पहुंची प्रशासनिक महकमा ने साढ़े चार किलोमीटर में एनएचएआई को पॉजिशन दिलाया. शाम हो जाने के कारण डेढ़ किलोमीटर में पॉजिशन दिलाने की कार्रवाई लंबित हो गयी. बताया गया कि गुरुवार को पूरी टीम फिर पहुंचेंगी और शेष बचे डेढ़ किलोमीटर जमीन पर एनएचएआई को पॉजिशन दिलवायेंगी. पॉजिशन मिलने के बाद एनएचएआई ने निर्माण एजेंसी को निर्माण कार्य तेज करने का निर्देश दिया. मौके पर एनएचएआई के परियोजना निदेशक प्रमोद महतो, निर्माण एजेंसी के अभियंता व मैनेजर मौजूद थ. छह किलोमीटर में लंबित था पॉजिशन दिलाने का काम. बताया जाता है कि जानकीनगर चंदनपुर से नौवागढ़ी के बीच कुल 6 किलोमीटर जमीन पर एनएचएआई को पॉजिशन दिलाया जाना था. भूमि अधिग्रहित होने के बावजूद रैयतों के विरोध के कारण भूमि पर पॉजिशन नहीं मिल रही थी. इस कारण फोरलेन का निर्माण कार्य वर्षों से बाधित पड़ा हुआ था. इस छह किलोमीटर में 500 से अधिक रैयत है. जो लगातार निर्माण कार्य को बाधित कर दे रहे थे. इस कारण निर्माण कार्य को रफ्तार नहीं मिल पा रही थी, लेकिन अब प्रशासन सख्ती से पेश आ रही है. जिला भू-अर्जन पदाधिकारी पंकज कुमार ने बताया कि रैयतों से कहा गया है कि अगर उनको कोई परेशानी है वे कागजात के साथ कार्यालय आये, उनके हर समस्या का समाधान किया जायेगा. उन्होंने कहा कि हठी रैयतों को तीन नोटिस भेजी जा चुकी है. अब तीसरा नोटिस भेजने की प्रक्रिया चल रही है. इसके बावजूद रैयत नहीं आते है तो उनके मुआवजा की राशि कोर्ट में जमा करा दी जायेगी. उन्होंने बताया कि शेष बचे डेढ़ किलोमीटर जमीन पर एनएचएआई को गुरुवार को पॉजिशन दिला दिया जायेगा. बावजूद इसके कोई रैयत व्यवधान उत्पन्न करेंगे तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
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