एंबुलेंस के इंतजार में प्रसूता की मौत, परिजनों ने जमकर किया हंगामा

सही समय पर एंबुलेंस की सुविधा न मिल पाने और सदर अस्पताल नहीं जा पाने के कारण एक गर्भवती की मौत हो गयी

By Prabhat Khabar News Desk | August 20, 2024 10:38 PM

प्रतिनिधि, बरियारपुर. सरकार भले ही शिशु-मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिये प्रधानमंत्री सुरक्षित आश्वासन योजना चला रही है. साथ ही करोड़ों रुपये गर्भवतियों और प्रसुताओं को बेहतर व सुरक्षित प्रसव के लिये खर्च कर रही है, लेकिन जिले में अब भी केवल एंबुलेंस नहीं मिलने और सही समय पर उपचार नहीं होने के कारण गर्भवतियों की मौत हो रही है. कुछ ऐसा ही मंगलवार को बरियारपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर देखने को मिला. जहां सही समय पर एंबुलेंस की सुविधा न मिल पाने और सदर अस्पताल नहीं जा पाने के कारण एक गर्भवती की मौत हो गयी. इसके बाद परिजनों ने जमकर पीएचसी में हंगामा किया. साथ ही पीएचसी के चिकित्सकों व कर्मियों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया. हालांकि सूचना पर पहुंची बरियारपुर पुलिस द्वारा परिजनों को शांत कराया गया. जिसके बाद गर्भवती के शव को पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल भेज दिया गया. दरअसल बताया गया कि मंगलवार की सुबह बरियारपुर निवासी सागर दास अपनी गर्भवती पत्नी को 35 वर्षीय संजू देवी को प्रसव पीड़ा होने पर बरियारपुर पीएचसी लाया गया. जहां सामान्य प्रसव नहीं होने पर चिकित्सकों द्वारा उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया, लेकिन वहां एंबुलेंस नहीं होने के कारण परिजन एंबुलेंस का इंतजार करते रहे, परिजनों ने बताया कि लगभग आधे घंटे तक इंतजार करने के बाद भी जब एंबुलेंस नहीं मिला तो ई-रिक्शा पर गर्भवती संजू देवी को लेकर निजी क्लीनिक गये. जहां चिकित्सक द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया. परिजनों ने बताया कि संजू देवी का इलाज सही से नहीं किया गया. जबकि सही समय पर यदि एंबुलेंस मिल जाता तो उसकी मौत नहीं होती. वहीं संजू देवी की मौत के बाद परिजन पीएचसी पर हंगामा करने लगे. वहीं सूचना पर पहुंची बरियारपुर पुलिस द्वारा परिजनों को शांत कराया गया. साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल भेज दिया गया.

कहते हैं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी

बरियारपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विजय कुमार ने बताया कि पीएचसी में पहले दो एंबुलेंस था. जिसमें से एक एंबुलेंस हवेली खड़गपुर को जिला मुख्यालय द्वारा दे दिया गया. वर्तमान में यहां एक एंबुलेंस हैं. जो उस समय घोरघट एक मरीज को छोड़ने गया था. इस कारण समय पर एंबुलेंस नहीं उपलब्ध हो पाया.

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