जमालपुर. पूर्व रेलवे कोलकाता के प्रिंसिपल चीफ इलेक्ट्रिक इंजीनियर देवेंद्र कुमार बुधवार को दो दिवसीय दौरे पर जमालपुर पहुंचे. उन्होंने पहले दिन डीजल शेड जमालपुर का निरीक्षण किया. इस क्रम में उन्होंने डीजल शेड के विभिन्न अनुभागों में चल रहे कार्यकलापों का जायजा लिया. बताया गया कि डीजल सेट जमालपुर के इलेक्शन का कार्य संपन्न कर लिया गया है और यहां इलेक्ट्रिक लोको मेंटेनेंस का कार्य भार भी आंशिक रूप से मिल गया है. प्रिंसिपल चीफ इलेक्ट्रिक इंजीनियर यहां डीजल शेड जमालपुर में वर्कलोड बढ़ाने के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर का भी जायजा लिया. सूत्रों द्वारा बताया गया कि फिलहाल जमालपुर डीजल शेड में 100 डीजल लोको होल्डिंग की कैपेसिटी है. जबकि डीजल लोको के मेंटेनेंस के लिए एक लोको पर साथ रेल कर्मचारियों की जरूरत पड़ती है. वहीं इलेक्ट्रिक लोको में इस तरह की बात नहीं है. इलेक्ट्रिक लोको के मेंटेनेंस में प्रत्येक लोको पर मात्र साढ़े तीन रेल कर्मचारियों की ही जरूरत पड़ती है. ऐसे में डीजल शेड जमालपुर में 200 इलेक्ट्रिक लोको के होल्डिंग की आवश्यकता है. प्रिंसिपल चीफ इलेक्ट्रिक इंजीनियर ने यहां विद्यमान इंफ्रास्ट्रक्चर की जानकारी ली तथा इलेक्ट्रिक लोको की संख्या बढ़ने पर यहां किस प्रकार इंफ्रास्ट्रक्चर की बढ़ोतरी की जाएगी, इसका भी जायजा लिया. उन्होंने डीजल शेड के प्रत्येक अनुभागों में क्या-क्या सुविधा है और वहां किन-किन उपकरणों या सुविधाओं की जरूरत पड़ेगी. इन सारी बातों की उन्होंने सीनियर डिवीजनल मेकेनिकल इंजीनियर डीजल केके दास से जानकारी ली. इस चीज का भी आकलन किया कि वर्तमान में किस अनुभाग में किस प्रकार का मेंटेनेंस कार्य हो रहा है तथा कैसे मेंटेनेंस होना चाहिए. इससे पहले जमालपुर पहुंचने पर सीनियर डिवीजनल इलेक्ट्रिकल इंजीनियर डीजल ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ मिलकर जमालपुर स्टेशन पर उनका स्वागत किया. डीजल शेड पहुंचने पर उन्होंने वन महोत्सव के अंतर्गत डीजल शेड के बगीचे में एक पर मां के नाम अभियान के तहत पौधरोपण किया.
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