Munger news : स्वास्थ्य विभाग ने जिले में संचालित अवैध निजी नर्सिंग होम व जांच केंद्रों पर नकेल कसने की तैयारी पूरी कर ली है. इसे लेकर विभाग धावा दल तैयार कर रहा है. यह धावा दल समय-समय पर जिले में संचालित निजी नर्सिंग होम, पैथोलॉजी, एक्स-रे जांच केंद्र व अल्ट्रासाउंड जांच केंद्र का औचक निरीक्षण करेगा. साथ ही बिना मानक के संचालित अवैध निजी नर्सिंग होम व पैथोलॉजी जांच केंद्रों पर कार्रवाई भी करेगा. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को जिलाधिकारी से भी स्वीकृति मिल चुकी है.
धावा दल में होंगे विशेषज्ञ चिकित्सक
सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिन्हा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग से मुंगेर जिले में लगभग 150 निजी नर्सिंग होम व जांच केंद्र रजिस्टर्ड हैं. आये दिन सूचना मिलती है कि कई अवैध निजी नर्सिंग होम व जांच केंद्र संचालित हो रहे हैं. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग धावा दल तैयार कर रहा है. इसमें विशेषज्ञ चिकित्सक होंगे, जो समय-समय पर जिले में संचालित सभी निजी नर्सिंग होम व निजी जांच केंद्रों का निरीक्षण करेंगे. साथ ही 28 बिंदुओं पर जांच करेंगे. उन्होंने बताया कि जांच के दौरान जो भी निजी नर्सिंग होम व जांच केंद्र मानक के अनुरूप नहीं पाये जाएंगे, उनके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.
तीनों अनुमंडलों के लिए अलग-अलग टीम
सिविल सर्जन ने बताया कि धावा दल में दंडाधिकारी नियुक्त किये जाने को लेकर जिलाधिकारी को फाइल भेजी गयी थी. इसके लिये जिलाधिकारी ने स्वीकृति दे दी है. उन्होंने बताया कि जिले में सदर अनुमंडल, तारापुर अनुमंंडल तथा हवेली खड़गपुर अनुमंडल के लिए अलग-अलग धावा दल तैयार किया जा रहा है. इसमें अलग-अलग चिकित्सकों की टीम रहेगी. अगले सप्ताह से धावा दल जिले में संचालित अवैध जांच केंद्रों व निजी नर्सिंग होम की जांच शुरू करेगा
पूर्व में अवैध सात अल्ट्रासाउंड जांच केंद्रों पर लगा था ताला
बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के निर्देश पर साल 2023 में तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ पीएम सहाय ने जिले में अवैध अल्ट्रासाउंड जांच केंद्रों के विरुद्ध कार्रवाई की थी. इसमें जिले के 27 अल्ट्रासाउंड जांच केंद्रों में से सात अवैध अल्ट्रासाउंड जांच केंद्रों के मानक अनुरूप नहीं होने के कारण बंद किया गया था. ऐसे में वर्तमान सिविल सर्जन की इस कार्रवाई से जिले में संचालित निजी नर्सिंग होम, पैथोलॉजी, एक्स-रे जांच केंद्र व अल्ट्रासाउंड जांच केंद्रों पर नकेल कसने में मदद मिलेगी.
पिछले साल 40 नर्सिंग होम व जांच केंद्र हुए थे डिफॉल्टर
साल 2023 में प्रदूषण नियंत्रक विभाग पटना ने मानक पूरा न करने को लेकर मुंगेर जिले के कुल 40 नर्सिंग होम, जांच केंद्र व निजी क्लीनिकों को डिफॉल्टर घोषित किया था. इसकी सूची भी प्रदूषण विभाग ने विभागीय वेबसाइट पर जारी की थी. इसमें जहां 10 से अधिक नर्सिंग होम व जांच केंद्र केवल मुंगेर शहरी क्षेत्र में संचालित थे, वहीं 04 जमालपुर प्रखंड, 06 हवेली खड़गपुर, 05 संग्रामपुर, 11 तारापुर, 02 बरियारपुर तथा 02 असरंगज में संचालित थे.