Waqf Board Controversy: लोकसभा में पेश वक्फ संशोधन विधेयक-2024 को संयुक्त संसदीय समिति में भेजने की अनुशंसा के बाद राजनीति गरमा गयी है. मुंगेर में शुक्रवार को राजा कर्ण मीर कासिम समिति के बैनर तले आक्रोशितों ने काला बिल्ला लगा कर प्रदर्शन किया और विधेयक को वापस लेने की मांग की.
Waqf Board Controversy: लोगों ने जताई नाराज़गी
अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष जफर अहमद ने की. उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक 2024 लोकसभा में पेश किया गया. जिसे संयुक्त संसदीय समिति में भेजने की अनुशंसा की गयी है. संविधान की धारा-29 हर धर्म को स्वायत्तता स्वतंत्रता देता है. जिसे केंद्र की सरकार साजिश के तहत खत्म करने की साजिश रच रही है. जिस संपत्ति को हमारे पूर्वजों द्वारा मस्जिद-कब्रिस्तान या अन्य के लिए वक्फ कर दिया तथा उसे देखभाल के लिए सरकार द्वारा वक्फ बोर्ड का गठन किया गया. जिसका संचालन पारदर्शिता के साथ हो रहा, लेकिन केंद्र सरकार को वह हजम नहीं हो रहा है. अब उसमें वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को लाकर अल्पसंख्यक के बीच बेचैनी पैदा कर दिया.
केंद्र सरकार बेरोजगारी, महंगाई जैसे गंभीर मुद्दों को छोड़ मंदिर-मस्जिद कर एक दूसरे को बांटने का काम कर रही है. सैयद अली सोनू, मो. रब्बानी, मो. असलम, मो. शाहबाज रहमानी, मो. अब्दुल, मो. आरिफ, मो. राजन सहित अन्य मौजूद थे.