एमयू के कर्मचारी महासंघ आंदोलन के पूर्व ही आरंभ हो गया विरोध
लेखा शाखा के कर्मचारियों ने किया आंदोलन का विरोध
– लेखा शाखा के कर्मचारियों ने किया आंदोलन का विरोध मुंगेर. बिहार राज्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ मुंगेर विश्वविद्यालय ईकाई द्वारा शुक्रवार से अपने 10 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन किया जाना है. लेकिन कर्मचारी महासंघ एमयू ईकाई के आंदोलन के ठीक एक दिन पूर्व एमयू के लेखा शाखा कर्मचारी ने खुद के संघ के आंदोलन को लेकर विरोध दर्ज कराया है. एमयू के लेखा शाखा में कार्यरत कर्मचारी गोपाल प्रसाद ने पत्र जारी कर कहा है कि बिना वृहद परिषद की बैठक का संघ के चुनिंदा नेताओं ने आंदोलन का फैसला ले लिया. जो असंवैधानिक है. किसी भी प्रकार के आंदोलन के लिये वृृहद परिषद के सभी कॉलेजो के कर्मचारी को बुलाकर आंदोलन हेतु सहमति लेना चाहिये. लेकिन संघ ने ऐसा नहीं किया. कर्मचारी महासंघ के इनका पहला मांग है कि सीनेट चुनाव जुलाई में करायी जाये. जबकि इसके लिये विश्वविद्यालय द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गयी है. जिसके अनुसार अगस्त-सितंबर में चुनाव संपन्न हो जायेंगे. ऐसी स्थिति में संघ के नेता की सीनेट चुनाच जुलाई माह में चुनाव कराना की मांग गलत फैसला है. मैं इनका जोरदार विरोध करता हूं. वहीं संघ द्वारा जो मांग पत्र सौंपा गया है. वह स्वार्थपूर्ण है. सिर्फ संघ के कुछ नेता विश्वविद्यालय में अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिये आंदोलन कर रहे हैं. जबकि इस आंदोलन के लिये किसी महाविद्यालय से सहमति नहीं ली गयी. उन्होंने कहा कि 17 अंगीभूत महाविद्यालय के कर्मचारी वृहद परिषद की बैठक कर अगर आंदोलन का निर्णय लेेंगे तो मैं आंदोलन में बढ़चढ़कर हिस्सा लूंगा. साथ ही सभी कर्मचारियों से अनुरोध है कि नियम के विपरित लिये गये आंदोलन से दूरी बनायें.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है