शिलान्यास के दो साल बाद भी रतनपुरा गांव की नहीं बनी सड़क, ग्रामीणों में आक्रोश
ग्रामीणों में आक्रोश
वर्ष 2022 में विधायक ने किया था सड़क का शिलान्यास, स्थिति जस की तस
संग्रामपुर . विभागीय लापरवाही कहें या नजरअंदाजगी, इसके कारण संग्रामपुर प्रखंड के ददरीजाला पंचायत अंतर्गत रतनपुरा गांव के वार्ड संख्या 16 एवं 17 को जोड़ने वाली सड़क अपने जीर्णोद्धार का इंतजार कर रही है. जबकि इस सड़क के शिलान्यास हुए लगभग दो वर्ष बीत गये. लेकिन आजतक इस सड़क का निर्माण नहीं हो पाया.वर्ष 2022 में विधायक ने किया था शिलान्यास
वर्ष 2022 में स्थानीय विधायक राजीव कुमार सिंह द्वारा इस सड़क का शिलान्यास काफी तामझाम के साथ किया गया था. तब ग्रामीणों में उम्मीद जगी थी कि अब सड़क का निर्माण होगा और ग्रामीणों का सफर आसान होगा. लेकिन शिलान्यास के बाद इस सड़क की ओर किसी का भी ध्यान नहीं किया. नतीजतन शिलान्यास के दो साल बाद भी ग्रामीण सड़क निर्माण की आस लगाये हैं. सुखाड़ के दिनों में सड़क की दुर्दशा तो दिखाई नहीं देती. लेकिन हल्की सी बारिश होने पर सड़क की बदहाली स्वयं दिखने लगती है. स्थिति यह हो जाती है कि ग्रामीण कीचड़युक्त सड़क के बीच आवागमन करने को विवश हो जाते हैं.कीचड़ और दलदल में दबी है रतनपुरा गांव की सड़क
मालूम हो कि रतनपुरा गांव की आबादी करीब दो से ढाई हजार है. लेकिन गांव में प्रवेश करने वाले मुख्य सड़क कीचड़ और दलदली के नीचे दबी हुई है. गांव के लोग इस कीचड़युक्त सड़क को पार कर ही अपने गांव से बाहर निकल पाते हैं. इतना ही नहीं स्कूली बच्चे भी इस दलदली एवं कीचड़ को पार कर स्कूल जाने को मजबूर हैं. कारण यह है कि मध्य विद्यालय रतनपुर के बगल का यह सड़क बारिश की हल्की बूंदें भी नहीं झेल पाती है. मंगलवार को मध्य रात्रि से लगातार बुधवार की सुबह तक हुई तेज बारिश से इस सड़क की दुर्दशा लोगों के सामने उभर कर आयी. स्थानीय ग्रामीण अंतलाल मांझी, जय किशोर मंडल, विजय सिंह, शंकर सिंह, दारा मंडल, शिवचरण मांझी, सुशीला देवी ने कहा कि जब चुनाव नजदीक आता है तो यह सड़क प्रमुख चुनावी मुद्दा बनता है. लेकिन सड़क का निर्माण नहीं होना हम ग्रामीणों के साथ छलावा है.B
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