– जनवरी के 21 दिनों में सांस की तकलीफ के 53, दस्त व डायरिया के 50 तथा बुखार के 30 मरीज भर्ती
मुंगेर. कोहरे और पछुआ हवा के कारण कनकनाती व ठंड के बीच सदर अस्पताल में सांस की तकलीफ, बुखार और दस्त व डायरिया के मरीजों की संख्या भी काफी बढ़ गयी है. जिसके कारण ओपीडी सहित इमरजेंसी वार्ड में प्रतिदिन दर्जनों मरीज इलाज के लिए भर्ती हो रहे हैं. जबकि अस्पताल के जर्जर वार्डों में मरीज भर्ती होने से भी कतरा रहे हैं.सांस की तकलीफ, बुखार व दस्त के मामले ज्यादा
ठंड के साथ अस्पताल के ओपीडी और इमरजेंसी में सांस की तकलीफ, बुखार तथा दस्त व डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. बुधवार को जहां ओपीडी में कुल 256 मरीज इलाज के लिए केवल सुबह 9 से अपराह्न 1 बजे तक पहुंचे. वहीं इमरजेंसी वार्ड में अपराह्न 2 बजे तक नौ मरीजों को भर्ती किया गया. इस बीच जनवरी माह के 21 दिनों में अबतक जहां सांस की तकलीफ के कुल 53 मरीज भर्ती हुए हैं. वहीं इस दौरान बुखार के 30 तथा दस्त व डायरिया के कुल 50 मरीज इलाज के लिए भर्ती हुये हैं.जर्जर वार्डों में भर्ती होने से कतरा रहे मरीज
ठंड बढ़ने के साथ अस्पताल में भले ही मरीजों की संख्या काफी बढ़ गयी है, लेकिन अस्पताल के सालों पुराने जर्जर और सीलन भरे वार्डों में मरीज भर्ती होने से कतरा रहे हैं. जिसके कारण वार्डों में लामा के मामले भी इन दिनों काफी बढ़ गये हैं. इसमें लामा के सर्वाधिक मामले पुरुष व महिला वार्ड में हैं. जनवरी माह के 21 दिनों में जहां महिला वार्ड में भर्ती 135 मरीजों में 40 मरीज लामा हो गये अर्थात 40 मरीज बिना बताये ही वार्ड से चले गये. जबकि पुरुष वार्ड में जनवरी माह के 21 दिनों में भर्ती 230 मरीजों में 64 मरीज बिना बताये ही इलाज के बीच ही घर चले गये.कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डाॅ रमन कुमार ने बताया कि लामा के मामलों को लेकर लगातार वार्डों की समीक्षा की जा रही है. हालांकि जल्द ही 100 बेड का मॉडल अस्पताल मिल जायेगा. जहां नये वार्डों में सभी प्रकार की सुविधाएं मरीजों को मिलेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है