Munger news : अवैध निजी नर्सिंग होम व जांच केंद्रों पर होगी कार्रवाई, डीएम से मांगी रिपोर्ट
Munger news : स्वास्थ्य विभाग ऐसे अवैध निजी नर्सिंग होम और जांच केंद्रों पर नकेल कसने की तैयारी कर रहा है.
Munger news : जिले में खुलेआम अवैध रूप से निजी नर्सिंग होम व जांच केंद्र चल रहे हैं. यहां तक कि मरीजों की जान का सौदा तक किया जा रहा है. जिला स्वास्थ्य विभाग ने अवैध निजी नर्सिंग होम व जांच केंद्रों पर नकेल कसने के लिए धावा तल तैयार किया है, लेकिन अब राज्य स्वास्थ्य विभाग भी ऐसे अवैध निजी नर्सिंग होम और जांच केंद्रों पर नकेल कसने की तैयारी कर रहा है. स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव शशांक शेखर सिन्हा ने जिलाधिकारी को पत्र भेज कर जिले में संचालित निजी जांच केंद्रों की रिपोर्ट जिलाधिकारी से मांगी है.
विशेष सचिव ने डीएम को भेजा है पत्र
विशेष सचिव ने जिलाधिकारी को भेजे गये पत्र में कहा है कि सिविल सर्जन की सहायता लेकर आवश्यक सुविधाओं के साथ अपेक्षित मानक एवं बिना मानक के संचालित जांच केंद्रों जैसे पैथोलॉजी, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन तथा एमआरआइ केंद्रों को सूचीबद्ध करते हुए इसका ब्योरा उच्च न्यायालय पटना ने मांगा है. इसे लेकर जिले में संचालित जांच केंद्रों की सूची विभाग को उपलब्ध करायी जाए.
अवैध नर्सिंग होम व जांच केंद्रों में होता है मरीजों का शोषण
जिले में स्वास्थ्य विभाग से 108 निजी नर्सिंग होम और जांच केंद्र ही संचालित हैं. इनमें लगभग 40 पैथोलॉजी व एक्स-रे जांच केंद्र हैं, जबकि 27 अल्ट्रासाउंड जांच केंद्र हैं, जबकि यदि केवल मुंगेर शहर की बात की जाये तो यहां 100 से भी अधिक निजी जांच केंद्र स्वास्थ्य विभाग के नाक के नीचे संचालित हो रहे हैं. इनका निबंधन तो दूर मानक के अनुरूप व्यवस्था तक उपलब्ध नहीं है. पूरे जिले में बिना निबंधन और बिना मानक के लगभग 150 से अधिक जांच केंद्र जैसे पैथोलॉजी, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन आदि संचालित हो रहे हैं. यहां खुलेआम मरीजों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है.
पूर्व में सात अवैध अल्ट्रासाउंड जांच केंद्रों पर लगा था ताला
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के निर्देश पर साल 2023 में तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ पीएम सहाय ने जिले में अवैध अल्ट्रासाउंड जांच केंद्रों के विरुद्ध कार्रवाई की थी. इसमें जिले के 27 अल्ट्रासाउंड जांच केंद्रों में से सात अवैध अल्ट्रासाउंड जांच केंद्रों को मानक अनुरूप नहीं होने पर बंद किया गया था. इसके बाद जिले में संचालित कई जांच केंद्रों में खलबली मच गयी थी.
पिछले साल 40 नर्सिंग होम व जांच केंद्र हुए थे डिफॉल्टर
साल 2023 में प्रदूषण नियंत्रक विभाग पटना ने मानक पूरा न करने को लेकर मुंगेर जिले के कुल 40 नर्सिंग होम, जांच केंद्र व निजी क्लीनिकों को डिफॉल्टर घोषित किया था. इसकी सूची भी प्रदूषण विभाग ने विभागीय वेबसाइट पर जारी की थी. इसमें जहां 10 से अधिक नर्सिंग होम व जांच केंद्र केवल मुंगेर शहरी क्षेत्र में संचालित थे, वहीं 04 जमालपुर प्रखंड, 06 हवेली खड़गपुर, 05 संग्रामपुर, 11 तारापुर, 02 बरियारपुर तथा 02 असरगंज में संचालित थे.
जिला स्वास्थ्य विभाग ने बनाया है धावा दल
पिछले माह ही जिला स्वास्थ्य विभाग ने जिले में संचालित अवैध निजी नर्सिंग होम और जांच केंद्रों पर कार्रवाई के लिए धावा दल तैयार किया है. इसमें जिले के तीन अनुमंडल के लिए अलग-अलग धावा दल तैयार किया गया था. जिले के सदर, तारापुर तथा हवेली खड़गपुर अनुमंडल के लिए अलग-अलग धावा दल तैयार किया जा रहा है. इसमें अलग-अलग चिकित्सकों के साथ अलग-अलग दंडाधिकारियों को भी तैनात किया गया है. बीते दिनों धावा दल के निरीक्षण में तारापुर में जहां एक निजी नर्सिंग होम बिना मानक के संचालित पाया गया था, वहीं असरगंज में एक अल्ट्रासाउंड जांच केंद्र तथा एक निजी नर्सिंग होम बिना निबंधन के संचालित किया जा रहा था. इसपर अब स्वास्थ्य विभाग जल्द ही कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है.
लगातार जांच की जा रही : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिन्हा ने बताया कि जिले में संचालित अवैध निजी नर्सिंग होम और जांच केंद्रों पर कार्रवाई के लिए धावा दल तैयार किया गया है. इनके द्वारा लगातार निरीक्षण किया जा रहा है. दो नर्सिंग होम तथा एक जांच केंद्र के विरुद्ध धावा दल को रिपोर्ट मिली है, जिसके आधार पर कार्रवाई की जायेगी.