नशा निरोधक दिवस पर न्यायिक पदाधिकारियों ने नशा का सेवन नहीं करने का लिया संकल्प

जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में बुधवार को न्यायालय परिसर में नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस मनाया गया

By Prabhat Khabar Print | June 26, 2024 7:54 PM

प्रतिनिधि, मुंगेर. जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में बुधवार को न्यायालय परिसर में नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस मनाया गया. उसकी अध्यक्षता जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार के अध्यक्ष आलोक गुप्ता ने की. न्यायाधीशों ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ शपथ लेते हुए कहा कि मैं कभी भी नशीली दवाओं के दुरुपयोग या अन्य किसी भी प्रकार के नशीली उत्पादों का सेवन नहीं करूंगा व अपने परिजनों या परिचितों को भी नशीली दवाओं के दुरुपयोग व अन्य नशीली उत्पादों का सेवन नहीं करने के लिए प्रेरित करूंगा. जिला जज ने दुनिया भर में नशीली दवाओं का दुरुपयोग स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण के लिए एक बड़ा खतरा बताया. कार्यक्रम का उद्देश्य नशीली दवाओं के उपयोग के विनाशकारी परिणामों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. इसमें शारीरिक और मनोवैज्ञानिक नुकसान, ओवरडोज से होने वाली मौतें और सामाजिक समस्याएं शामिल हैं. उन्होंने कहा कि नशीली पदार्थों के सेवन करने से मानसिक, शारीरिक, सामाजिक व आर्थिक क्षति होती है. समाज के बुद्धिजीवी लोगों का कर्तव्य है कि इसके प्रति समाज को जागरूक करें. पढ़े लिखे युवा वर्ग लोगों को जागरूक करने में अग्रणी भूमिका निभाये. मौके पर प्राधिकार के सचिव मुक्तेश्वर मनोहर, विशेष न्यायाधीश उत्पाद प्रथम उदय प्रताप, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय प्रवाल दत्ता, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय रूंपा कुमारी, जिला एवं सत्र न्यायाधीश षष्ठ प्रदीप कुमार चौधरी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश चतुर्थ खुशबू श्रीवास्तव, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पंचम धीरज कुमार मिश्रा, अवर न्यायाधीश प्रथम लाल बिहारी पासवान, प्रधान दंडाधिकारी भोला सिंह, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी रत्नेश कुमार द्विवेदी, कविता अग्रहरी, वर्तिका सहित अन्य मौजूद थे.

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