मुंगर के हरिणमार व झौआबहियार को खगड़िया से जोड़ने वाला पुल ध्वस्त, 40 हजार की आबादी का सड़क संपर्क भंग
हरिणमार व झौआबहियार को खगड़िया के गोगरी से जोड़ने वाला गंडक नदी पर बीचला पुल रविवार की देर शाम ध्वस्त होकर पानी में बह गया
प्रतिनिधि, मुंगेर. भीषण बाढ़ की चपेट में आने से मुंगेर जिले के हरिणमार व झौआबहियार को खगड़िया के गोगरी से जोड़ने वाला गंडक नदी पर बीचला पुल रविवार की देर शाम ध्वस्त होकर पानी में बह गया. इस कारण बरियारपुर प्रखंड के गंगा पार हरिणमार व झौआबहियार पंचायत के करीब 40 हजार की आबादी का सड़क संपर्क भंग हो गया है. इस पुल का निर्माण वर्ष 2008-2009 में प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत 4 करोड़ की राशि से ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा किया गया था. मुंगेर जिले के बरियारपुर प्रखंड की दो पंचायत गंगा नदी के पार है. झौआबहियार व हरिणमार पंचायत को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए वर्ष 2008-2009 में प्रधानमंत्री सड़क योजना से गोगरी हाेते हुए सड़क बनाया गया था. जिसकी लंबाई करीब 14 किलोमीटर है, जिसमें करीब 100 मीटर का एक पुल भी बना हुआ है. जो दोनों पंचायत को खगड़िया जिला से जोड़ने वाला एकमात्र संपर्क पथ था. बाढ़ के तेज बहाव को बीचला पुल बर्दाश्त नहीं कर सका और रविवार की देर शाम वह ध्वस्त हो गया. पुल के ध्वस्त हो जाने से दोनों पंचायत में निवास करने वाले करीब 40 हजार की आबादी बुरी तरह प्रभावित हो गयी है. ग्रामीणों ने बताया कि इसी मार्ग से हमलोग आवश्यक काम से शहर जाते थे, लेकिन पुल ध्वस्त होने से हमलोगों का संपर्क शहर से भंग गया है. न तो कोई बीमार व्यक्ति बड़े शहर इलाज करवाने जा पायेंगे और न ही पढ़ाई सहित कोई अन्य जरूरी कार्य के लिए शहर पहुंच पायेंगे. क्योंकि पुल टूटने से नाव का सहारा लेकर ही लोग पुल के उस पार जा सकते है. इसके बाद शहर के लिए कूच करेंगे. पथ निर्माण विभाग को हस्तांतरित हुआ था गोगरी-हरिणमार सड़क ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा बनाये गये गोगरी-हरिणमार पथ को बाद में सरकार के निर्देश पर पथ निर्माण विभाग को हस्तानांतरित कर दिया गया था. इसकी जिम्मेदारी पीडब्लूडी खगड़िया को सौंपी गयी थी और इस सड़क व पुल के देखभाल की जिम्मेदारी भी उसी के जिम्मे था. गंडक नदी पर बने इस पुल की समुचित देखभाल नहीं हो पा रही थी और इस बाढ़ के पानी में पुल ध्वस्त होकर रह गया. कहते हैं पथ निर्माण विभाग अभियंता पथ निर्माण विभाग खगड़िया के सहायक अभियंता सुजीत ने बताया कि यह पुल काफी पुराना है. जो पथ निर्माण विभाग खगड़िया को पूर्व में हैंडओवर लिया गया था. बाढ़ के कारण मुंगेर जिले में पड़ने वाला एक पुल ध्वस्त हो गया है, लेकिन बाढ़ का पानी अधिक होने के कारण यह पता नहीं चल सका है कि पुल का कितना भाग ध्वस्त हुआ है. पानी घटने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
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