– सम्राट हत्याकांड के 36 घंटे बाद भी अपराधियों की नहीं हुई गिरफ्तारी प्रतिनिधि, मुंगेर कासिम बाजार थाना क्षेत्र के हेरूदियारा निवासी होमगार्ड जवान अंबिका प्रसाद यादव के 23 वर्षीय पुत्र सम्राट यादव उर्फ राजा हत्याकांड प्राथमिकी तक में ही सिमट कर रह गयी है. शव मिलने के 36 घंटे बाद भी न तो पुलिस का अनुसंधान किसी निष्कर्ष पर पहुंच सकी है और न ही नामजदों की गिरफ्तारी हो पायी है. इधर राजा की मौत के बाद जहां घर में चुल्हा-चक्की बंद है, वहीं परिजनों के आंखों से आंसू रूकने का नाम नहीं ले रहा है. मां के बयान पर एफआईआर, दो नामजद मृतक की मां फुलो देवी के बयान पर कासिम बाजार थाना में हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी है. जिसमें उन्होंने हेरूदियारा निवासी बादशाह यादव और उसके भाई दिलीप यादव को नामजद किया है. जबकि चार अज्ञात को अभियुक्त बनाया गया है. दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि दुमंठा पुल को कचरे से बंद करने के कारण गांव से बाढ़ का पानी नहीं निकल पाया. नगर निगम से पुल की सफाई के लिए जेसीबी मशीन भेजा गया. गांव वालों के साथ सम्राट भी वहां चला गया था. जहां बादशाह और दिलीप से उसका विवाद हुआ था. दोनों ने मेरे बेटे को जान से मारने की धमकी दिया था. उन्हीं दोनों ने हत्या कर शव को हसनगंज में एक मकान के पीछे फेंक दिया. इधर पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट और एफएसएल के रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है. रविवार की सुबह हसनगंज में सम्राट का मिला था शव शनिवार की रात सम्राट उर्फ राजा को घर से बुलाकर ले जाया गया था. रविवार की सुबह उसका शव हसनगंज में एक मकान के पीछे मिला था. जिसकी पीट-पीट कर हत्या कर शव को अपराधियों ने मकान के पीछे फेंक दिया था. मकान के एक कमरे से रोटी के टुकड़े, चिकन का हड्डी, डिस्पोजल ग्लास एवं शराब की खाली बोतल मिली थी. जिससे संभावना जताया जा रहा है कि पहले यहां पार्टी मनायी गयी. जिसके बाद सम्राट की हत्या कर दी गयी. हत्या के विरोध में आक्रोशितों ने मुंगेर-पटना मुख्य मार्ग को जाम कर दिया था. आखिर मृतक के पिता ने क्यों लिया एसआई संजय का नाम सम्राट हत्याकांड से गहरी साजिश की बू आ रही है. इससे इंकार नहीं किया जा सकता है कि सम्राट की हत्या एक सोची-समझी साजिश है. इस मामले में सबसे बड़ी बात यह है कि आखिर मृतक के पिता अंबिका प्रसाद यादव ने पत्रकारों को दिये बयान में नामजद दोनों भाईयों के साथ एसआई संजय कुमार का नाम लिया था. आखिर उन्होंने एसआई का नाम क्यों लिया. क्यों कहा कि वह बुलाकर ले गया. सबसे अहम है कि जिस एसआई संजय कुमार का नाम उन्होंने लिया था वह कासिम बाजार थाना में तैनात है. आखिर मृतक के पिता ने किस कारण उनका नाम लिया, इसकी जांच आवश्यक प्रतीत होता है. कहती है थानाध्यक्ष कासिम बाजार थाना की थानाध्यक्ष रूबीकांत कच्छप ने बताया कि मृतक की मां फूलो देवी के बयान पर मामला दर्ज किया गया है. जिसमें दो नामजद और चार अज्ञात को अभियुक्त बनाया है. पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है. नामजदों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.
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