मुंगेर प्रमंडलीय विकास संघर्ष मोर्चा मुंगेर की ओर से गुरुवार को शहीद स्मारक पर मांगों के समर्थन में धरना दिया गया. अध्यक्षता मोर्चा के संयोजक प्रो. विनय कुमार सुमन ने की और संचालन सह संयोजक मो. शकील अहमद ने किया. धरणार्थियों ने केंद्र एवं बिहार सरकार पर मुंगेर को विकास से उपेक्षित रखने का आरोप लगाते हुए जमकर भड़ास निकाला. मोर्चा के संरक्षक नरेश सिंह यादव ने कहा की 18 मार्च 2018 को स्थापित मुंगेर विश्वविद्यालय के भवन का निर्माण आज तक नहीं होना मुंगेर के छात्र-छात्रओं के साथ अन्याय है. जमालपुर में केंद्र सरकार द्वारा रेल विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा के बावजूद भी विश्वविद्यालय की शुरुआत नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है. राजद नेता मुकेश यादव ने कहा केंद्र की मोदी सरकार एवं बिहार की नीतिश सरकार ने मुंगेर का विकास एक साजिश के तहत अवरूद्ध कर रखा है. एशिया महादेश का सबसे पुराना बंदूक कारखाना आज पूरी तरह से बंदी के कगार पर पहुंच गया है. यहां के शिक्षित युवा रोजगार की तालाश में भटक रहे है. बरियारपुर-मननपुर तक नई रेल लाइन का शिलान्यास तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद ने किया था. जिसे वर्तमान एनडीए की सरकार ठंडा वस्ते में डाल दिया है. भकपा के जिला सचिव अशोक कुमार मंडल ने जमालपुर रेल कारखाना आज पूरी तरह से उपेक्षित है. जमालपुर कारखाना में वर्षों से बंद पड़े नियुक्ति प्रक्रिया को फिर से चालू किया जाय. डॉ हेमंत कुमार सिंह होमियोपैथिक मेडिकल कॉलेज की मान्यता में बाधक बने कारणों को शीघ्र दूर कर पुनः नामांकन की प्रक्रिया शुरू करने की मांग की. शिक्षक नेता वकील राम ने लाल दरवाजा स्थित रैक पॉइंट को पुनः चालू करने, मो. जुनैद ने खास महल की विसंगतियों को शीघ्र दूर करने की मांग की. धरना को संजय सिंह यादव, अशोक रजक,मो. आसिफ वसीम, अशोक चौधरी, दीपक सिंह, सौरभ गुप्ता, मंटू शर्मा, मंटू यादव सहित अन्य ने संबोधित किया.
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