Munger news : मानदेय भुगतान की मांग को लेकर स्वच्छताकर्मियों ने बीडीओ का किया घेराव
स्वच्छता कर्मियों को 24 माह से नहीं मिला है मानदेय, सिर्फ दिया गया झूठा आश्वासन
बरियारपुर. लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत बरियारपुर प्रखंड के विभिन्न ग्राम पंचायताें में कार्यरत स्वच्छताकर्मियों ने अपने 24 माह के लंबित मानदेय की भुगतान की मांग को लेकर शनिवार को बीडीओ एवं प्रखंड समन्वयक का घेराव किया. स्वच्छताकर्मियों ने आगामी 10 जनवरी तक लंबित मानदेय भुगतान की मांग की और ज्ञापन सौंपा. इससे पूर्व स्वच्छताकर्मियों की बैठक बरियारपुर बाजार हटिया में अध्यक्ष पवन कुमार की अध्यक्षता में हुई. आवेदन में कर्मियों ने कहा कि अगर 10 जनवरी तक लंबित मानदेय का भुगतान नहीं किया गया तो 15 जनवरी को मुंगेर में प्रस्तावित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का घेराव किया जायेगा. कर्मियों ने कहा कि हमेशा झूठा आश्वासन दिया जाता रहा है कि शीघ्र ही मानदेय का भुगतान कर दिया जायेगा. लेकिन 24 माह बीत गये और आजतक मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है. इसके बाद बीडीओ श्वेता कुमारी एवं प्रखंड समन्वयक सारिका सिंह ने स्वच्छता विभाग से वरीय अधिकारी से बात किया और मानदेय भुगतान नहीं होने के संदर्भ में अवगत कराया. जिसके बाद आश्वासन दिया गया कि 15 फरवरी से पहले मानदेय का भुगतान कर दिया जायेगा. इसके बाद स्वच्छताकर्मियों ने सीएम के घेराव कार्यक्रम को स्थगित करने का निर्णय लिया. मौके पर निलेश कुमार, देवानंद मंडल, अजय कुमार, उषा देवी, देवी कुमारी सहित दर्जनों स्वच्छताकर्मी उपस्थित थे.
कूड़े-कचरे के ढेर से उठ रहे दुर्गंध से स्कूली बच्चे परेशान
असरगंज. प्रखंड के सजुआ पंचायत में लोहिया स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ रही है. मासूमगंज बाजार एवं बाजार से सटे विद्यालय के समीप जमे कूड़े-कचरे से उठ रहे दुर्गंध से स्कूली बच्चों एवं राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. विद्यालय के समीप प्रत्येक दिन स्थानीय दुकानदारों द्वारा कचरा फेंका जाता है और प्रतिदिन कचरा का उठाव नहीं किया जाता है. जिसके कारण कचरा सड़ने-गलने के बाद दुर्गंध देने लगता है और लोगों की परेशानी बढ़ जाती है. जबकि लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत प्रत्येक पंचायत में स्वच्छता कर्मियों को बहाल किया गया है. बावजूद सजुआ पंचायत में कचरा का उठाव नहीं हो रहा है. इतना ही नहीं बाजार से सटे कन्या मध्य विद्यालय की ओर जाने वाले मार्ग में भी कूड़े का अंबार लगा हुआ है और स्कूली बच्चों को कचरे के ढ़ेर पर चढ़ कर विद्यालय जाना पड़ रहा है. इस संबंध में पंचायत के मुखिया धर्मेंद्र कुमार मांझी ने बताया कि मासूमगंज बाजार जिस वार्ड में पड़ता है वहां स्वच्छता कर्मी की नियुक्ति नहीं की गई है. जिसके कारण वहां कचरा का उठाव नहीं हो पा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है