बिना विभागाध्यक्ष से चल रहा एमयू के संस्कृत पीजी विभाग
एमयू में छह दिनों से संस्कृत पीजी विभाग बिना विभागाध्यक्ष के संचालित हो रहा है.
मुंगेर. कुलाधिपति द्वारा नियमानुसार कार्यकाल समाप्त होने के तीन माह पूर्व मुंगेर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. श्यामा राय के अधिकारों को सीमित कर दिया गया है. लेकिन इसके साथ ही एमयू के लिये अब परेशानी भी बढ़ गयी है. हाल यह है कि एमयू में जहां छह दिनों से संस्कृत पीजी विभाग बिना विभागाध्यक्ष के संचालित हो रहा है. वहीं एमयू मुख्यालय के जमालपुर स्थित जमालपुर कॉलेज, जमालपुर में भी प्रभारी प्राचार्य का पद रिक्त पड़ा है. बता दें कि जमालपुर कॉलेज, जमालपुर के प्रभारी प्राचार्य प्रो. ललन प्रसाद सिंह 31 मई को सेवानिवृत्त हो चुके हैं. जो कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य के साथ पीजी संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष तथा एमयू के मानविकी संकाय के संकायाध्यक्ष भी थे. जिनके सेवानिवृत्त होने के बाद से तीनों पद रिक्त चल रहा है. ऐसा इसलिए कि राजभवन ने कुलपति के नीतिगत निर्णय लेने की शक्तियों पर रोक लगा दी है. ऐसे में कुलपति बिना राजभवन से पूर्व अनुमति प्राप्त किए इन तीनों ही पदों पर नियुक्ति नहीं कर सकती है. हालांकि प्राे. ललन प्रसाद सिंह की सेवानिवृत्ति से पहले ही कुलसचिव कार्यालय द्वारा इन तीनों पदों पर नियुक्ति से संबंधित नामों की सिफारिश कुलाधिपति कार्यालय को भेज दी थी. जिसपर अबतक राजभवन की ओर से स्वीकृति प्राप्त नहीं हो पायी है. इसके कारण यह तीनों पद अभी रिक्त चल रहा है. कुलसचिव कर्नल विजय कुमार ठाकुर ने बताया कि प्रो. ललन प्रसाद सिंह के सेवानिवृत्त होने से पहले ही राजभवन को मानविकी संकाय के डीन, संस्कृत पीजी विभाग के विभागाध्यक्ष व जमालपुर कालेज जमालपुर के प्रभारी प्राचार्य के पद नये व्यक्ति की नियुक्ति को लेकर अनुमोदन के लिए पत्र भेजा गया है. इन सभी पत्रों पर अब तक राजभवन की ओर से अनुमोदन प्राप्त नहीं हुआ है, शीघ्र ही इस पर अनुमोदन मिलने की उम्मीद है. साथ ही सिंडिकेट बैठक को लेकर भी अभी तक राजभवन से सहमति प्राप्त नहीं हुआ है.
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