प्रतिनिधि, मुंगेर. बीआरएम कॉलेज, मुंगेर में शुक्रवार को कॉलेज के एनएसएस इकाई द्वारा स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत विश्वविद्यालय स्तरीय सेमिनार का आयोजन किया गया. जिसका विषय “स्वच्छता अभियान से सामाजिक चेतना ” था. कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य प्रो अजीत ठाकुर व संचालन हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. अभय कुमार ने किया. कार्यक्रम का संयोजन कॉलेज की एनएसएस पीओ डॉ वंदना कुमारी ने किया. संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. रामरेखा कुमार ने कहा कि स्वच्छता देवत्व के निकटतम है. उन्होंने मानसिक और शारीरिक स्वच्छता पर ध्यान देने की बात की. इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ. श्याम कुमार ने कहा कि स्वच्छता जीवन के व्यवहार में दिखनी चाहिए. स्वच्छता का दायित्व केवल महिलाओं पर नहीं, बल्कि पुरुषों को भी है. इसमें कदम से कदम मिलाकर चलने की आवश्यकता है. संचालनकर्ता ने कहा कि हमारी संस्कृति प्रत्येक चीजों में देवत्व ढूंढ़ती है और पवित्रता के नाम पर गंदगी फैलाती है. हमने गंगा को मां कहा और मां के आंचल को ही गंदा कर दिया. मुख्य वक्ता जमालपुर कॉलेज, जमालपुर के डॉ चंदन कुमार ने कहा स्वच्छता लिंग भेद से ऊपर उठकर बेटियों की तरह बेटों को भी स्वच्छता की शिक्षा देनी चाहिए. इसके लिए हमें पश्चिमी दुनिया से सीख लेनी चाहिए. पर्यावरण स्वच्छता सूचकांक की दृष्टि से 180 देशों में भारत का स्थान 175वां स्थान है. जो काफी चिंताजनक है. एनएसएस पीओ ने बताया कि 2 अक्तूबर तक स्वच्छता ही सेवा के तहत रैली, नुक्कड़, नाटक, सार्वजनिक स्थान की सफाई, कॉलेज परिसर की सफाई और डोर टू डोर कैंपेन चलाया जायेगा. मौके पर डॉ. शोभा राज, गौरीशंकर पांडे, छात्रा मल्लिका, ईशा, मुस्कान, दीक्षा, तकरीर खुर्शीद, सृष्टि, रोशनी आदि मौजूद थी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है