मुंगेर. विद्या भारती के प्रदेश सचिव प्रदीप कुशवाहा ने कहा है कि विद्या भारती शिक्षा के साथ-साथ अपनी संस्कृति, संस्कार, परंपरा, राष्ट्रीयता, अपनी माटी को ध्यान में रखकर शिक्षा के माध्यम से राष्ट्र का निर्माण करने का कार्य कर रही है. यह आप जैसे शिक्षाविदों के सहयोग से ही संभव है. वे बुधवार को सरस्वती शिशु मंदिर सादीपुर के प्रशाल में आयोजित 47वां वार्षिकोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही. इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश सचिव, संकुल प्रमुख सतीश कुमार सिंह, सेवा दायिनी की डॉ पूजा, उपाध्यक्ष जयराम सिंह, सदस्य इंद्रदेव प्रसाद, सचिव अमर कुमार, अमरनाथ केसरी, मोनिका साह, प्रधानाचार्य संतोष कुमार सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया. इसके बाद स्कूली छात्राओं द्वारा स्वागत गान प्रस्तुत किया गया और विद्यालय की पूर्व आचार्या चंचला सिन्हा को विदाई दी गयी. मौके पर स्कूली बच्चों ने नृत्य, गीत, नाटक, योग, पिरामिड, भजन, झिंजिया नृत्य, भोजपुरी नृत्य की प्रस्तुति देकर उपस्थित अतिथियों का मनमोह लिया और पूरा प्रशाल तालियों की गरगराहट से गूंज उठा. वहीं शिशु वाटिका के घर, कार्यशाला, कला शाला, प्रदर्शनी, विज्ञान प्रयोगशाला, चित्र पुस्तकालय, बागवानी, वस्तु संग्रहालय, चिड़ियाघर, रंगमंच, तरण ताल और क्रीडांगण को दिखाया गया, जो सबों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा. कला दीर्घा में कक्षा पंचम, षष्ठम और सप्तम के छात्र-छात्राओं ने भगवान श्री राम से संबंधित विभिन्न प्रकार के आकर्षक चित्रों की प्रदर्शनी लगाई. मौके पर प्रधानाचार्य सुरेश प्रसाद वर्मा, जयंत कुमार चौधरी, अजय कुमार शर्मा, अनीता कुमारी, कुमारी कंचन मौजूद थे.
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