श्रावणी मेला PHOTOS: सुल्तानगंज से आगे टेंट सिटी में कर सकते हैं विश्राम, कांवरियों को मिल रही ये सभी सुविधाएं…
श्रावणी मेला का शुभारंभ हो चुका है. सुल्तानगंज से आगे बढ़ने पर कांवरियों को विश्राम करने के लिए टेंट सिटी बनाया गया है. जानिए क्या सुविधाएं मिल रही हैं.
Shravani Mela 2024: पहली सोमवारी के साथ ही श्रावणी मेले का भी शुभारंभ हो चुका है. सुल्तानगंज से बाबानगरी देवघर तक का रास्ता अब शिवमय हो चुका है. उत्तरवाहिनी गंगा का जल भरकर कांवरिये बाबाधाम के लिए प्रस्थान कर रहे हैं. रविवार को गुरु पूर्णिमा के दिन से ही शिवभक्तों का रैली बाबाधाम कूच करने लगा. सोमवार को हजारों कांवरिये सुबह से ही कांवरिया पथ पर चलते दिखे हैं. वहीं इस पावन महीने में कांवरियों के लिए प्रशासन की ओर से भी विशेष इंतजाम किए गए हैं. सुल्तानगंज से रवाना हुए कांवरियों के लिए रास्ते में विश्राम हेतु टेंट सिटी बनाया गया है जिसमें कई सुविधाओं का लाभ भी कांवरिया उठा सकते हैं.
धांधी बेलारी में टेंट सिटी में विश्राम करने की सुविधा
सुल्तानगंज से आगे बढ़ने के बाद कांवरिये मुंगेर जिले में प्रवेश कर जाते हैं. जहां असरगंज के पास धांधी बेलारी में एक टेंट सिटी बनाया गया है जिसमें 200 कांवरियों के ठहरने का उत्तम प्रबंध किया गया है. पर्यटन विभाग की ओर से शिवभक्तों की सहूलियत के लिए इस टेंट सिटी को बनाया गया है. बिजली, पानी, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था के साथ-साथ पर्याप्त संख्या में शौचालय और स्नानागार भी यहां बनाए गए हैं. कूलर और पंखों की व्यवस्था भी इस टेंट सिटी में है और सीसीटीवी से निगरानी की व्यवस्था भी रखी गयी है.
तारापुर के धोबई में भी टेंट सिटी की सुविधा
वहीं आगे बढ़ने पर कांवरियों को तारापुर प्रखंड के धोबई में भी टेंट सिटी की सुविधा मिलती है. जहां 200 कांवरियों के आराम करने की व्यवस्था की गई है. इस विश्रामालय में कांवरिया की सुविधा के लिए 200 बेड के साथ-साथ चादर एवं तकिया की व्यवस्था है जबकि मोबाइल को चार्ज करने के लिए पॉइंट भी बनाए गए हैं . महिला एवं पुरुष के लिए अलग-अलग 20 शौचालय एवं स्नानागार की व्यवस्था के साथ आराम कर रहे यात्रियों के पीने के लिए आर ओ वाटर की भी व्यवस्था,पंखा सरकार ने किया है.
कांवरिये सुविधा पाकर हो रहे गदगद
इस टेंट हाउस में विश्राम कर रहे बाढ़ निवासी अशोक कुमार जो लगातार 20 वर्षों से कावर यात्रा कर रहे हैं उन्होंने बताया कि व्यवस्था प्रतिवर्ष बेहतर होते जा रही है लेकिन बालू के मोटे परत होने एवं बारिश नहीं होने से पैरों में काफी जलन होती है प्रशासन को बालू में पानी का छिड़काव करना चाहिए ताकि तीर्थ यात्रियों को राहत मिल सके . वहीं पटना मराची के दीपू सिंह, मोकामा के शिवम कुमार एवं डेजी बम कहती हैं कि वह बीते 2 सालों से आ रही है लेकिन इस वर्ष जो यह टेंट सिटी बनाई गई है इसमें दोपहर में आराम करने में काफी सुख का अनुभव हो रहा है . इन्होंने कहा कि बाबा की नगरी जा रहे हैं तो कुछ कष्ट होगा ही, लेकिन सरकार की जो व्यवस्था है वह बेहतर है. इसी प्रकार की टेंट सिटी जगह-जगह पर अगर बनाई जाए तो तीर्थ यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी.
टेंट सिटी में स्वास्थ्य केंद्र भी ….
इसी टेंट सिटी में आराम कर रहे भागलपुर जिला से आए विश्वनाथ कुमार एवं उनकी बहन वंदना कुमारी कहती हैं की सुविधा बेहतर है. चिकित्सा व्यवस्था के लिए जगह-जगह पर स्वास्थ्य केंद्र लगाए गए हैं. परंतु टेंट सिटी में सभी बेड के पास अगर मोबाइल चार्जर की व्यवस्था हो जाती तो कमरियाओं को काफी सुविधा मिलती. क्योंकि बिना मोबाइल चार्ज किए हुए यात्रा को हम सुलभ नहीं बना सकते हैं.