– सक्षम प्राधिकार से अनुमोदन की प्रत्याशा में लिये गये निर्णय एमयू की बढ़ायेगी परेशानी
मुंगेरमुंगेर विश्वविद्यालय भले ही अपने छठे सीनेट बैठक में बजट पारित कराने को लेकर तैयारी कर रहा है, लेकिन विश्वविद्यालय के लिये सीनेट बैठक काफी चुनौतिपूर्ण होने वाला है, क्योंकि पूर्व में विश्वविद्यालय द्वारा सक्षम प्राधिकार से अनुमोदन की प्रत्याशा में लिया गया निर्णय बैठक में परेशानी को बढ़ाने वाला होगा. ऐसे में अब कुलपति प्रो. संजय कुमार के लिये भी अपना पहला सीनेट बैठक संपन्न कराना सबसे बड़ी जिम्मेदारी होगी.
बता दें कि प्रमोशन सहित पीजी के नये विभागों का आरंभ, पीजी विभागाध्यक्षों की नियुक्ति, कॉलेजों में प्रभारी प्राचार्यों का दायित्व दिये जाने सहित कई निर्णय बीते दिनों विश्वविद्यालय द्वारा सक्षम प्राधिकार से अनुमोदन की प्रत्याशा में लिये गये हैं. इसके अतिरिक्त 64 संविदाकर्मियों के सेवाकाल का विस्तार, अतिथि शिक्षकों के सेवाकाल का विस्तार का निर्णय भी विश्वविद्यालय द्वारा बीते दिनों समक्ष प्राधिकार से अनुमोदन की प्रत्याशा में लिया गया है. वहीं अब विश्वविद्यालय को फरवरी या मार्च माह में सीनेट बैठक भी कराना है. जिसमें इन निर्णयों को अनुमोदित करना सबसे बड़ी चुनौती होगी. जबकि इन मामलों पर सीनेट सदस्यों का सवाल विश्वविद्यालय के लिए परेशानी को बढ़ायेगा.समय पर सीनेट सदस्यों को बजट उपलब्ध कराना होगी बड़ी चुनौती
वैसे तो एमयू में अबतक पांच सीनेट बैठक हो चुके हैं. जिसमें सीनेट सदस्यों द्वारा विश्वविद्यालय से सीनेट सदस्यों को बैठक के समय बजट की कॉपी उपलब्ध कराने पर नाराजगी जताई गयी. जबकि साल 2023 में हुए पांचवे सीनेट बैठक के दौरान इसी मुद्दों को लेकर सीनेट सदस्यों द्वारा बजट पारित करने से भी मना कर दिया गया था. जबकि इस दौरान बजट समय पर उपलब्ध कराने को लेकर बैठक काफी हंगामेदार रहा था. ऐसे में कम समय में बजट तैयार करने, सीनेट बैठक की तैयारी पूर्ण करने के साथ सीनेट सदस्यों को बैठक से पहले बजट की कॉपी उपलब्ध कराना विश्वविद्यालय के लिये सबसे बड़ी चुनौती होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है