– ब्लॉक लेने के कारण श्रीकृष्ण सेतू पर तीन घंटे तक आवागमन रही बाधित
मुंगेरस्ट्रक्चरलरल इंजीनियरिंग रिसर्च सेंटर चेन्नई के वैज्ञानिकों की टीम का दो दिवसीय श्रीकृष्ण सेतू स्पैन लोड टेस्ट शुक्रवार को पूरा हो गया. जांच टीम अब इस पर रिपोर्ट तैयार करेंगी और एनएचएआई को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगी, हालांकि टीम ने यह नहीं बताया कि स्पैन लोड टेस्ट में भार क्षमता कितना टन का रहा. इधर ब्लॉक लेने से तीन घंटे तक मुंगेर गंगा पुल पर आवागमन पूरी तरह से ठप रहा और पुल के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी रही. जिसके कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
स्पैन लोड टेस्ट पूरी, टीम सौंपेगी भार क्षमता का रिपोर्ट
सीएसआईआर-एसईआरसी चेन्नई के वैज्ञानिकों की टीम ने दूसरे दिन शुक्रवार को श्रीकृष्ण सेतु स्पैन लोड टेस्ट पूरी कर ली. टीम में शामिल सिनियर वैज्ञानिक डॉ श्रीनिवासन, डॉ सप्तऋषि सवंल, डॉ एम कुम्मु स्वामी और डॉ अरूण कुमार ने अपने 13 तकनीकी सहयोगी के साथ पूर्वाहन् 11 बजे से स्पैन लोड टेस्ट शुरू किया. इस दौरान 14 चक्का वाहन पर फूल लोड कर पुल पर दौरा कर स्पैन के पास अचानक ब्रेक लगवा कर जर्क दिया गया. मशीनरी से जर्क का स्पैन पर कितना डिफलेक्स हुआ उसे मापा गया. पूरे तीन घंटे तक जांच की प्रक्रिया चलती रही. इस दौरान तरह-तरह के ऑटोमेटिक मशीन से स्पैन पर पड़ने वाले लोड को मापा गया.
कहते हैं अधिकारी
एनएचएआई के पीडी मनीष कुमार ने बताया कि सीएसआईआर-एसईआरसी चेन्नई से पहुंची 17 सदस्यीय वैज्ञानिकों की टीम ने डबल डेकर पुल का स्पैन लोड टेस्ट पूरी कर लिया. जो रिपोर्ट तैयार कर एनएचएआई को शीघ्र सौंपेंगी. एक सवाल के जबाव में बताया कि कितना भार क्षमता का वाहन सड़क पुल पर दौड़ सकता है इसके बारे में टीम में शामिल सदस्यों ने कुछ नहीं बताया. रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.तीन घंटे तक श्रीकृष्ण सेतु पर आवागमन रही ठप
मुंगेर : मुंगेर गंगा पुल पर तीन घंटे का ब्लॉक लिया गया था. जिसके कारण इस पुल पर तीन घंटे तक आवागमन पूरी तरह से ठप रहा. फलत: यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. यूो तो शुक्रवार को दो बार में चार घंटे का ब्लॉक लिया जाना था. लेकिन जांच पूरी हो जाने के कारण दूसरी बार ब्लॉक नहीं दिया गया. पुल पर पूर्वाह्न 11 बजे से ब्लॉक लिया गया था. जो अपराह्न 2 बजे समाप्त हुआ. इस दौरान पुल के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लगी रही. जिसमें अधिकांश वाहन भारी वाहन था. जिस पर बालू, गिट्टी व अन्य सामग्री लगी थी. कई बस और छोटी वाहनें भी कतार में खड़ी थी. जो ब्लॉक खुलने का इंतजार कर रहे थे. ब्लॉक खुलते ही वाहनों की रफ्तार पुल पर तेज हो गयी.रेलवे ने ओवरलोड वाहनों के परिचालन पर जतायी थी आपत्ति
मुंगेर : रेलवे के अभियंताओं ने सड़क पुल पर ओवर लोड वाहनों के चलने से स्पैन पर मंडरा रहे खतरों से फरवरी 2023 में आगाह किया था. पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर डिवीजन के एक रेलवे अभियंता ने बताया कि जब रेलवे अभियंत्रण विभाग की टीम ने फरवरी 2023 में पुल की जांच की थी तो पाया कि सड़क पुल की क्षमता मात्र 20 टन भार वाले वाहनों के परिचालन की है. इसके बाद पूर्व मध्य रेल हाजीपुर ने जिला प्रशासन को पत्र भेजा था. इसमें अनुरोध किया गया था कि पुल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस पुल पर ओवरलोड वाहन के परिचालन को रोका जाये. नहीं तो रेल पुल पर ट्रेन का परिचालन कभी भी बंद हो सकता है. इसको लेकर रेलवे अभियंत्रण विभाग ने कई बार केंद्र व राज्य स्तर पर इसको लेकर पत्र लिखा था. जिसके बाद यह मामला काफी सुर्खियों में बना रहा.तीन-तीन बार लगाया गया बेरियार, बालू माफिया ने हर बार तोड़ा
मुंगेर : अप्रैल 2023 में राज्य के परिवहन सचिव ने भी चिंता व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी को पत्र भेज कर रेल व एनएचएआइ के पत्र पर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. तत्कालीन सचिव पंकज कुमार पाल ने मुंगेर के डीएम को पत्र भेज कर जहां मुंगेर रेल-सह-सड़क पुल से भारी वाहनों का परिचालन बंद करने की बात कही थी. वहीं मामले में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के पत्रांक-365, दिनांक 28 मार्च 2023 का जिक्र किया है. जिसके बाद जून 2024 से लेकर दिसंबर 2024 तक के बीच तीन-तीन बार एनएचएआई द्वारा मुंगेर गंगा पुल के एप्रोच पथ पर लाल दरवाजा पुलिस पिकेट के समीप लोहे का बैरियर लगाया गया. लेकिन हर बार बालू माफियाओं ने इसे तोड़ दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है