प्रभारी कुलपति को अबतक राजभवन से नहीं मिल पाया है नीतिगत निर्णय लेने का अधिकार
फोटो कैप्शन – 1. मुंगेर विश्वविद्यालय
प्रतिनिधि, मुंगेरमुंगेर विश्वविद्यालय में छात्र संघ व सीनेट चुनाव पर पूरी तरह ग्रहण लगा हुआ है. पहले लोकसभा चुनाव और फिर पूर्व कुलपति का कार्यकाल समाप्त होने के बीच जहां दोनों चुनाव का मामला फंस गया. वहीं अब स्थायी कुलपति की आस में एमयू का छात्र संघ व सीनेट चुनाव का मामला लटका हुआ है. क्योंकि राजभवन द्वारा अबतक प्रभारी कुलपति प्रो संजय कुमार चौधरी को नीतिगत निर्णय लेने का अधिकार नहीं दिया गया है.
बता दें कि इसी साल अप्रैल माह में एमयू द्वारा सीनेट व छात्र संघ चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी की गयी. लेकिन लोकसभा चुनाव को लेकर दोनों ही चुनाव को विश्वविद्यालय द्वारा अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया गया. जिसके बाद विश्वविद्यालय द्वारा दोबारा जून माह में छात्र संघ व सीनेट चुनाव की अधिसूचना जारी की गयी. इस बार दोनों ही चुनाव के लिए विश्वविद्यालय द्वारा मतदाता सूची तक का प्रकाशन कर दिया गया. लेकिन कई छात्र संगठनों द्वारा खुद ही विश्वविद्यालय को चुनाव स्थगित करने का आवेदन दिया गया. जिसके बाद विश्वविद्यालय द्वारा छात्र संघ चुनाव को स्थगित कर दिया गया. जबकि कुलपति का कार्यकाल समाप्त होने के कारण विश्वविद्यालय द्वारा आखिरकार सीनेट चुनाव को भी अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया गया.स्थायी कुलपति की आस में अब लटका मामला
बता दें कि पूर्व कुलपति प्रो. श्यामा राय का कार्यकाल इसी माह 19 अगस्त को समाप्त होने के बाद राजभवन द्वारा एलएनएमयू, दरभंगा के कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी को एमयू के कुलपति का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है, लेकिन प्रभारी कुलपति को राजभवन द्वारा नीतिगत निर्णय लेने का अधिकार नहीं दिया गया है. हालांकि प्रभारी कुलपति द्वारा राजभवन को नीतिगत निर्णय का अधिकार दिये जाने को लेकर पत्र भेजा गया है. जबकि प्रभारी कुलपति को अधिकार मिलने या विश्वविद्यालय में स्थायी कुलपति नियुक्ति होने तक अब विश्वविद्यालय में सीनेट व छात्र संघ चुनाव का मामला अटक गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है