सफाई कार्य का सुपरवाइजर नहीं कर रहा मॉनिटरिंग, जहां-तहां कूड़ा-कचरा का ढेर
जहां-तहां कूड़ा-कचरा का ढेर
संग्रामपुर
प्रखंड के कुसमार पंचायत का संपूर्ण भाग और झिकुली पंचायत का आंशिक भाग को मिलाकर डेढ़ वर्ष पूर्व नगर पंचायत संग्रामपुर का गठन किया गया. जिसमें कुल 12 वार्ड शामिल हैं. बावजूद नगर पंचायत के गठन के डेढ़ वर्ष बाद भी पंचायत क्षेत्र में विकास का कार्य ठप है. लोगों को नगर पंचायत बनने के बाद उम्मीद जगी थी कि शहर की तर्ज पर यहां भी विकास होगा, उस पर पर पानी फिर गया है.नगर पंचायत कार्यालय में लटका रहता है ताला
नगर पंचायत कार्यालय का वर्तमान हालात यह है कि कार्यालय में ताला लटका रहता है और साफ-सफाई के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है. सफाईकर्मी सड़क की सफाई कर सड़क के बगल में ही कूड़ा डाल देते हैं. जिससे कूड़ा सड़क किनारे पसरा रहता है. बताते चलें कि नगर पंचायत में साफ-सफाई का कार्य एनजीओ के माध्यम से हो रहा है. लेकिन एनजीओ द्वारा सफाई में अनियमितता बरती जा रही है. सफाई के लिए जितनी सफाई कर्मियों की नियुक्ति होनी चाहिए उससे आधे की संख्या में भी कर्मियों की नियुक्ति नहीं की गई. जिसके कारण कई दिनों तक वार्डों में गंदगी पसरा रहता है और सफाई के लिए एनजीओ के कर्मी को गुहार लगाना पड़ता है. ऐसे में पंचायतवासियों में नाराजगी देखी जा रही है. इस संदर्भ में अनिल भारती, राकेश यादव, दशरथ सिंह ने बताया कि नगर पंचायत बनने के बाद लग रहा था कि साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था होगी. लेकिन यहां साफ-सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. सफाई में लगे कर्मियों का मॉनिटरिंग करने वाला सुपरवाइजर कार्य के प्रति लापरवाह है. किस वार्ड में सफाई होना है या फिर कहां सफाइकर्मी सफाई कर रहे हैं, कचड़ा कहां फेंका जा रहा है इसकी भी मॉनिटरिंग सुपरवाइजर नहीं कर रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है