स्वामी सत्यानंद ने पूरे विश्व में किया योग का प्रचार : स्वामी निरंजनानंद
अपने गुरु की शिक्षा को किया आत्मसात
मुंगेर. बिहार योग विद्यालय के परमाचार्य स्वामी निरंजनानंद सरस्वती ने कहा कि स्वामी सत्यानंद ने अपने गुरु स्वामी शिवानंद के शिक्षाओं को आत्मसात कर उसका प्रचार-प्रसार पूरे विश्व में किया. वे रविवार को पादुका दर्शन संन्यास पीठ परिसर में चल रहे पांच दिवसीय सत्यम् पूर्णिमा कार्यक्रम के समापन दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. मौके पर देश- विदेश से पहुंचे श्रद्धालुओं ने गुरु और शिष्य के बीच रिश्तों को आत्मसात किया. स्वामी निरंजनानंद ने कहा कि इस कार्यक्रम में हम जो सौंदर्य महसूस कर पा रहे हैं वह हमारे सद्गुरु स्वामी शिवानंद व हमारे परमगुरु स्वामी सत्यानंद की असीम कृपा का स्वरूप है. स्वामी सत्यानंद ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने अपने गुरु स्वामी शिवानंद की उन शिक्षाओं काे अपने जीवनशैली का सिद्धांत बना लिया और अपने आप को अपने गुरु के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित कर दिया. उनका शिष्यत्व ही उनके व्यक्तित्व को अलग बनाता है. सत्संग के साथ-साथ स्तोत्र व मंत्र पाठ किया गया. चेतना के भाव को दर्शाने वाले बारह शिवलिंगों का अभिषेक जीवन को आधार देने वाले पवित्र गंगा जल से किया गया. जबकि स्वामी निरंजनानंद ने मुंगेर के बच्चों के साथ अपने गुरु स्वामी सत्यानंद के जन्म दिवस को विशेष रूप से मनाया. बच्चों को बाल योग मित्र मंडल में सदस्यता दी गयी. हवन के प्रसाद के रूप में सभी श्रद्धालुओं को रुद्राक्ष प्रदान किया गया. सत्यम्-शिवम-सुंदम की आभा से पूरा परिसर ऊर्जान्वित हो रहा था.
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