लोडेड पिस्तौल खोलने के दौरान चली गोली से तपस्वी की हुई थी मौत
वासुदेवपुर थाना क्षेत्र के शेरपुर में 23 सितंबर की रात गोली लगने से तपस्वी कुमार की मौत हो गयी थी. उसकी मौत हत्या नहीं थी, बल्कि नाबालिग दोस्त द्वारा लोडेड पिस्तौल खोलने के दौरान चली गोली लगने से हुई थी.
प्रतिनिधि, मुंगेर. वासुदेवपुर थाना क्षेत्र के शेरपुर में 23 सितंबर की रात गोली लगने से तपस्वी कुमार की मौत हो गयी थी. उसकी मौत हत्या नहीं थी, बल्कि नाबालिग दोस्त द्वारा लोडेड पिस्तौल खोलने के दौरान चली गोली लगने से हुई थी. इस मामले में गोली फायर करने वाले नाबालिग दोस्त को जहां गिरफ्तार कर लिया गया, वहीं उसकी निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त पिस्तौल सहित एक अन्य पिस्तौल भी बरामद किया. एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि मृतक तपस्वी की मां संजू देवी के बयान पर वासुदेवपुर थाना में हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी. इसके उद्भेदन को लेकर एसडीपीओ राजेश कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया. अनुसंधान के क्रम में मृतक के 14 वर्षीय नाबालिग दोस्त की संलिप्तता मिली. जिसे पुलिस ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नंदलालपुर से एक लोडेड देसी कट्टा के साथ गिरफ्तार कर लिया. जिसने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया. उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त पिस्तौल को घटनास्थल के समीप से ही बरामद किया गया. एसपी ने बताया कि मृतक और पकड़ाया 14 वर्षीय नाबालिग दोनों दोस्त था. दोनों हथियार भी रखते थे. घटना की रात दोनों दोस्त घर से 200 मीटर दूर स्कूल के समीप पिस्तौल लेकर घूम रहा था. दोनों लोडेड पिस्तौल खोलने व लगाने का खेल खेलने लगा. इसी दौरान पिस्तौल से फायर हो गया और सामने में खड़े तपस्वी के सीने में गोली जा लगी. गोली की आवाज सुनकर तपस्वी का मौसेरा भाई प्रशांत कुमार वहां पहुंचा. प्रशांत और शिवम ही उसे लेकर सदर अस्पताल पहुंचे. जहां पर चिकित्सकों ने तपस्वी को मृत घोषित कर दिया. एसपी ने बताया कि नाबालिग को जेजे बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा. घटना का अभी और अनुसंधान चल ही रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है