शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी समन्वयक समिति ने प्राध्यापकों के समर्थन से खींचा हाथ, प्रतिनिधि, मुंगेर. अपने प्रोन्नति की मांग को लेकर मुंगेर विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान सहित बंग्ला तथा साइकोलॉजी के एक-एक शिक्षक दूसरे दिन भी विश्वविद्यालय में आमरण अनशन पर बैठे रहे. दूसरे दिन आरडी एंड डीजे कॉलेज के शिक्षक संघ ने भी इनके अनशन का समर्थन किया. साथ ही उनके साथ अनशन स्थल पर बैठें. हालांकि इस बीच एमयू के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी समन्वयक समिति ने अपने ही सहयोगियों के समर्थन से अपना हाथ खींच लिया है. इधर, धरने पर बैठे प्राध्यापकों से प्रभारी कुलसचिव डॉ अमर कुमार, प्रॉक्टर डॉ संजय कुमार तथा डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ अंशु कुमार राय ने कुलपति के निर्देश पर मुलाकात की तथा उन्हें अनशन समाप्त करने को लेकर अपील पत्र सौंपा. अनशन पर बैठे अर्थशास्त्र के प्राध्यापक डॉ प्रभाकर कुमार पोद्दार ने बताया कि 28 जुलाई को अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान के प्राध्यापकों सहित बंग्ला तथा साइकोलॉजी के एक-एक प्राध्यापकों को सूचना मिली की, उन लोगों को छोड़कर विश्वविद्यालय द्वारा शेष विषयों के प्राध्यापकों की प्रोन्नति प्रक्रिया विश्वविद्यालय द्वारा पूरी कर ली गयी है. इसे लेकर अपने प्रोन्नति की मांग को लेकर प्राध्यापक 1 अगस्त से विश्वविद्यालय में आमरण अनशन पर भी बैठे थे. इस दौरान 3 अगस्त को कुलपति सहित सिंडिकेट सदस्यों द्वारा आश्वासन दिया गया कि 12 अगस्त से पहले सभी छूटे हुए प्राध्यापकों के प्रोन्नति की प्रक्रिया पूर्ण कर ली जायेगी, लेकिन अब विश्वविद्यालय इन प्राध्यापकों के प्रोन्नति को लेकर पल्ला झाड़ रहा है. उन्होंने कहा कि अर्थशास्त्र व राजनीति विज्ञान के सहायक प्राध्यापकों के अतिरिक्त बंग्ला के एक प्राध्यापक डॉ एके विश्वास तथा साइकोलॉजी के एक प्राध्यापक डॉ रकिब अंसारी अबतक प्रोन्नति प्रक्रिया से वंचित हैं. जबतक छूटे हुये प्राध्यापकों के प्रोन्नति की प्रक्रिया पूर्ण नहीं की जाती है, तबतक प्राध्यापक विश्वविद्यालय में आमरण अनशन पर बैठे रहेंगे. मौके पर प्राध्यापक डॉ मिथिलेश कुमार, डॉ मनोज कुमार मंडल, डॉ संतोष कुमार सहित अन्य मौजूद थे.
डीजे कॉलेज शिक्षक संघ ने दिया समर्थन
अनशन पर बैठे प्रोन्नति से वंचित प्राध्यापकों का बुधवार को आरडी एंड डीजे कॉलेज शिक्षक संघ द्वारा भी समर्थन दिया गया है. जिसे लेकर संघ के सचिव डॉ मंयक मधुकर के नेतृत्व में डीजे कॉलेज के नियमित व अतिथि शिक्षक भी अनशन स्थल पर बैठें. जहां सचिव तथा संघ के सदस्य डॉ विश्वजीत विद्यालंकार सहित अन्य ने कहा कि प्रोन्नति सभी श्रेणियों एवं सभी विषयों के शिक्षकों का मूल अधिकार है. यह अत्यंत दुखद है कि 3 अगस्त की प्रोन्नति अधिसूचना के तहत अनशन पर बैठे प्राध्यापकों की पर्याप्त योग्यता के बाद प्रोन्नति नहीं दी गयी. जबकि 12 अगस्त तक विश्वविद्यालय द्वारा प्रोन्नति प्रक्रिया पूरी करने के आश्वासन के बाद भी इसे पूर्ण नहीं होने से प्राध्यापक मानसिक प्रताड़ना एवं अवसाद से ग्रसित हो गये हैं. जिसे लेकर ही शिक्षक संघ अपने सहयोगियों के इस लड़ाई में अपना समर्थन देती है. साथ ही आशा करती है कि विश्वविद्यालय इनके मांग को लेकर सकारात्मक पहल करेगी. मौके पर डॉ विद्या चौधरी, डॉ अवनीश चंद्र पांडेय, डॉ राकेश शर्मा, डॉ रवीश कुमार सिंह, डॉ रंजना सिंह आदि मौजूद थी.
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