एमयू में शोध का हाल बेहाल, कक्षा संचालन को लेकर अबतक एमयू नहीं कर पाया फैसला
कक्षा संचालन को लेकर अबतक एमयू नहीं कर पाया फैसला
प्रतिनिधि, मुंगेर. मुंगेर विश्वविद्यालय वैसे तो अपने 6 साल के स्थापना काल से खुद के लिये जमीन तक नहीं ले पाया है, जबकि एमयू के पीजी व पीएचडी विभाग भी जेआरएस कॉलेज, बीआरएम कॉलेज और आरडी एंड डीजे कॉलेज के भवनों में संचालित हो रहा है. जो पूरी तरह बदहाल है. हाल यह है कि लोकसभा चुनाव को लेकर जहां आरडी एंड डीजे कॉलेज का अधिग्रहण होने के बाद एमयू प्रशासन अबतक पीएचडी की कक्षा संचालन को लेकर फैसला नहीं कर पाया है. वहीं एक मार्च से सप्ताह में दो दिन संचालित पीएचडी के रिसर्च मैथोलॉजी की कक्षाएं दो माह में कुल 18 दिन होनी थी, लेकिन लगातार अवकाश के कारण दो माह में पीएचडी के रिसर्च मैथोलॉजी की मात्र 10 कक्षाएं ही हो पायी है. ऐसे में अब तो पीएचडी की कक्षाओं पर एमयू की लापरवाही के कारण पूरी तरह ग्रहण लग गया है. दो माह में होनी थी 18 कक्षाएं, हुई मात्र 10 कक्षाएं. एमयू प्रशासन अपने शोध जैसे विषयों को लेकर कितना सजग है. इस बात का अंदाजा केवल इसी बात से लगाया जा सकता है कि सेलेबस के अनुसार जिस रिसर्च मैथोलॉजी कोर्स वर्क को पूरा करने के लिये 6 माह की कक्षाओं की आवश्यकता है. वहीं एमयू में सप्ताह में केवल दो दिन शुक्रवार और शनिवार को ही पीएचडी की कक्षाएं संचालित हो रही है. जबकि एक मार्च से 30 अप्रैल के बीच पीएचडी की कुल 18 कक्षाएं होनी हैं. जिसमें अबतक मात्र 10 कक्षाएं ही हो पायी है. क्योंकि एक मार्च से अप्रैल माह में अबतक कुल 8 शुक्रवार और शनिवार को अवकाश ही रहा है. अब ऐसे में एमयू अपने पीएचडी के शोधार्थियों को कौन सा रिसर्च मैथोलॉजी कोर्स वर्क करा रहा है, यह तो शायद विश्वविद्यालय या खुद शोधार्थी ही बता सकते हैं. कॉलेज अधिग्रहण के बीच अबतक पीएचडी कक्षाओं का नहीं हो पाया है फैसला. एमयू में इन दिनों आंतरिक लड़ाई और प्रमोशन जैसे मामलों को लेकर भले ही हाई वोल्टेज ड्रामा चल रहा हो, लेकिन एमयू के अधिकारी से लेकर शिक्षक तक इस बीच अपने मुख्य उद्देश्य से पूरी तरह भटक चुके हैं. बता दें कि एमयू के आरडी एंड डीजे कॉलेज में कई पीजी विभागों का संचालन होता है. जहां पीएचडी के रिसर्च मैथोलॉजी कोर्स वर्क की कक्षाएं भी हो रही है. लेकिन मुंगेर संसदीय क्षेत्र में चौथे चरण में 13 मई को होने वाले लोक सभा चुनाव को लेकर डीजे कॉलेज का अधिग्रहण प्रशासन द्वारा किया गया है. जिस कारण अब यहां शिक्षकों व विद्यार्थियों के प्रवेश पर रोक लगा दिया है. ऐसे में कक्षाएं भी प्रभावित हो गयी है. लेकिन एमयू प्रशासन अबतक डीजे कॉलेज में संचालित पीजी विभागों द्वारा पीएचडी की कक्षाएं आरंभ किये जाने को लेकर कोई फैसला नहीं कर पाया है. ऐसे में 26 और 27 अप्रैल को भी पीएचडी की कक्षाएं प्रभावित हो गयी. जबकि चुनाव मई में होना है और मतगणना जून में होना है. जिससे अब जून तक कॉलेज में कक्षाएं संचालित होने की संभावना न के बराबर है. कहते हैं डीएसडब्लू. एमयू के डीएसडब्लू डॉ भवेशचंद्र पांडेय ने बताया कि पीएचडी की कक्षाओं को लेकर अबतक कोई निर्णय नहीं लिया गया है. इस संबंध में जल्द ही निर्णय लिया जायेगा.
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