– कनीय शिक्षिका के प्रभारी प्राचार्य रहने से वरीय शिक्षक काम करने में हो रहे असहज
– पूर्व में तात्कालिन जिलाधिकारी ने दिया था प्रभारी प्राचार्या को हटाने का निर्देशमुंगेर. जिला स्कूल, मुंगेर का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है और एक समय था जब इस विद्यालय में अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए अभिभावक ललाहित रहते थे. इस विद्यालय में राज्य के दो-दो मुख्यमंत्रियों ने शिक्षा ग्रहण किया था और अनगिनत विद्यार्थी प्रशासनिक सेवा से लेकर डॉक्टर व इंजीनियर बने. आज भी नामांकित विद्यार्थियों की संख्या काफी अधिक है. लेकिन व्यवस्था बदहाल हो चुकी है. यहां पिछले लगभग दो वर्षों से कनीय नियोजित शिक्षिका प्रभारी प्राचार्य बनी है. जबकि वरीय शिक्षक प्रभारी प्राचार्य बनने के लिए जद्दोजहद कर रहे. लेकिन प्रभार में चल रहे मुंगेर प्रमंडल व जिला का शिक्षा विभाग सिर्फ आदेश पर आदेश निकाल रहा है. शैक्षणिक व्यवस्था सुधारने की दिशा में कोई पहल नहीं हो रही.
जिलाधिकारी ने दिया था प्रभारी प्राचार्या को हटाने का निर्देश
मुंगेर के तत्कालीन जिलाधिकारी नवीन कुमार ने 5 दिसंबर 2022 को जिला स्कूल का निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान कई स्तर पर गड़बड़ी एवं लापरवाही पायी गई थी. उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया था कि निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि प्राचार्या अपने कर्तव्य एवं दायित्व के निर्वहन में अक्षम है. जिसके कारण विद्यालय का संचालन ठीक ढंग से नहीं हो पा रहा. इनकी अक्षमता के कारण ही अधिनस्थ शिक्षकों में भी कार्य के प्रति लापरवाही प्रदर्शित होती है. उन्होंने इस मामले में वर्तमान प्राचार्या को अन्य विद्यालय में स्थानांतरित करने एवं वरीय शिक्षक को प्रभारी प्राचार्य बनाने का निर्देश दिया था. लेकिन इस मामले में विभागीय कार्रवाई टालमटोल वाली बनी रही.
कनीय शिक्षिका बनी है प्रभारी प्राचार्या
जिला स्कूल मुंगेर इन दिनों शिक्षा विभाग के कारनामों के कारण सुर्खियों में है. कनीय शिक्षिका निशा कुमारी प्रभारी प्राचार्य के पद पर आसीन है. जबकि वरीय शिक्षक सुरेंद्र कुमार सिंह ने इस मामले को लेकर पिछले दो वर्षों से विभागीय अधिकारियों का दरवाजा खटखटाते रहे. शिक्षा विभाग के निर्देश के विपरीत प्रभारी प्राचार्य का पद ऐसे शिक्षिका के हवाले है, जिसे जिलाधिकारी ने पूर्व में ही निरीक्षण के दौरान हटाने का निर्देश दिया था. इधर काफी पत्राचार के बाद गत माह जिला शिक्षा पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में माध्यमिक शिक्षा, मुंगेर के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने निशा कुमारी के स्थान पर सुरेंद्र कुमार सिंह के प्रभारी प्रधानाध्यापक बनाने का कार्यालय आदेश जारी किया. लेकिन एक पखवाड़े के अंदर ही मुंगेर के प्रभारी क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक एक पत्र निकाल कर यह कहते हुए सुरेंद्र कुमार सिंह के प्रभारी प्रधानाध्यापक बनने पर रोक लगा दिया कि पूर्व में इनके आचरण को एक वर्ष तक सूक्ष्मतापूर्वक अवलोकन करने का आदेश नगर आयुक्त सह सदस्य सचिव, नगर शिक्षक नियोजन इकाई की ओर से दिया गया था.
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———————————————-प्रभार में शिक्षा विभाग, व्यवस्था बदहाल
मुंगेर . शिक्षा विभाग मुंगेर प्रमंडल व जिला दोनों स्तर पर प्रभार में चल रहा है. यहां क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक का प्रभार आयुक्त के सचिव के जिम्मे है. जिन्हे प्रमंडल के कई दायित्व हैं. वहीं शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के जिम्मे जिला शिक्षा पदाधिकारी का प्रभार है. जिसके कारण व्यवस्था अस्त-व्यस्त दिख रही है. विद्यालय में किस स्तर के शिक्षक प्रभारी प्राचार्य का दायित्व निभा रहे यह देखना अधिकारियों का दायित्व बनता है. लेकिन अधिकारी अलग-अलग आदेश निकाल कर निश्चिंत हो जाते हैं. लंबे समय से कनीय शिक्षक के हवाले संचालित जिला स्कूल में पदस्थापित वरीय शिक्षक इस बात से आहत हैं कि आखिर यह कौन सी व्यवस्था चल रही है. स्थिति यह है कि प्राचार्य के प्रभार के आपाधापी में यहां का शैक्षणिक माहौल पूरी तरह बदहाल हो गया है और पठन-पाठन का कार्य बाधित हो रहा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है