– बिना सीनेट बैठक के ही सीनेट चुनाव जल्द कराने को लेकर अड़े कर्मीमुंगेर. मुंगेर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. श्यामा राय का कार्यकाल अगले माह 18 अगस्त को समाप्त हो जायेगी. जबकि कुलपति के 3 वर्षों के कार्यकाल का आखिरी साल बिना सीनेट बैठक के ही पूरा हो जायेगी, क्योंकि एक ओर जहां राजभवन द्वारा कुलपति के अधिकारों को एक माह पहले ही सीमित कर दिया गया है. वहीं एमयू प्रशासन नये वित्तीय वर्ष के 6 माह बाद भी सीनेट बैठक को लेकर चुनाव की तिथि निर्धारित नहीं कर पाया है. ऐसे में सीनेट बैठक के बिना ही एमयू के कर्मी सीनेट चुनाव को जुलाई माह में कराने की मांग को लेकर अड़े हैं. जिसे लेकर कर्मियों के आंदोलन से एमयू में लगभग कई सत्रों की शैक्षणिक प्रक्रियाएं असंतुलित हो गयी है.
बता दें कि नियमानुसार तो एमयू को अपना छठा सीनेट बैठक फरवरी और मार्च माह के बीच ही आयोजित करना था. लेकिन एमयू में पिछले कुछ समय से चल रहे आपसी दूरियों के कारण 6 माह बाद भी एमयू प्रशासन अपने छठे सीनेट बैठक के लिये तिथि निर्धारित नहीं कर पाया है. ऐसे में जब कुलपति का कार्यकाल 18 अगस्त को समाप्त होना है तो कुलपति का आखिरी कार्यकाल बिना सीनेट बैठक के ही समाप्त हो जायेगा.शिक्षक व कर्मियों पर ही भारी पड़ेगा सीनेट बैठक न होना
बता दें कि एमयू के छठे सीनेट बैठक में विश्वविद्यालय के वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिये संभावित बजट का अनुमोदन होना है. लेकिन बिना सक्षम प्राधिकारी सीनेट व सिंडिकेट के अनुमोदन के चालू वित्तीय वर्ष का बजट खुद एमयू के शिक्षक व कर्मियों पर ही भारी पड़ेगा, क्योंकि सक्षम प्राधिकार से बजट के अनुमोदन प्राप्त नहीं होने के कारण एमयू को भविष्य में सरकार से वेतनादि व पेंशनादि मद में भी राशि मिलना मुश्किल होगा. ऐसे में एमयू के कर्मचारियों का जुलाई माह में सीनेट चुनाव की मांग बिना सीनेट बैठक की तिथि निर्धारित हुये किया जाना बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है, क्योंकि जब सीनेट चुनाव में मनोनित कर्मियों के प्रतिनिधि को सीनेट बैठक में कर्मियों का प्रतिनिधित्व करना है.कहते हैं कुलपति के ओएसडी
कुलपति के ओएसडी डॉ प्रियरंजन तिवारी ने बताया कि सीनेट बैठक को लेकर राजभवन को जानकारी दी गयी है. जबकि कर्मियों की मांगों को लेकर कुलपति द्वारा आश्वासन भी दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है