बिना किसी निष्कर्ष का रहा अतिक्रमणमुक्त मुंगेर को लेकर आयोजित बैठक
मुंगेर शहर को अतिक्रमणमुक्त करने व वेंडरों को शिफ्ट करने के मुद्दे पर बुधवार को नगर निगम सभागार में शहर के विभिन्न संगठनों की बैठक मेयर कुमकुम देवी की अध्यक्षता में हुई.
प्रतिनिधि, मुंगेर. मुंगेर शहर को अतिक्रमणमुक्त करने व वेंडरों को शिफ्ट करने के मुद्दे पर बुधवार को नगर निगम सभागार में शहर के विभिन्न संगठनों की बैठक मेयर कुमकुम देवी की अध्यक्षता में हुई. सदस्यों और निगम प्रशासन के अधिकारियों के बीच इसे लेकर घंटों चर्चा हुई. अतिक्रमण हटेगा या नहीं, ठेलावाले चिह्नित स्थानों पर जायेंगे या नहीं, इस पर बात नहीं बनी और बिना किसी निष्कर्ष के ही बैठक समाप्त हो गयी. बैठक में नगर आयुक्त निखिल धनराज व डिप्टी मेयर खालिद हुसैन मुख्य रूप से मौजूद थे.
फुटपाथ व ठेला पर रोजगार करने वाले चिह्नित स्थान पर जाकर रोजगार करें : मेयर
मेयर कुमकुम देवी ने कहा कि नगर निगम का मकसद किसी का रोजगार व आजीविका छीनना नहीं है, बल्कि शहर को सुंदर और स्वच्छ रखना है. जिसके लिए शहर को अतिक्रमण मुक्त रखना हमसबों की जिम्मेदारी है. निगम प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने से पहले ही तीन स्थानों का चयन किया. ताकि उनको रोजगार प्रभावित नहीं हो सके. उन्होंने स्पष्ट कहा कि शहर को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए अभियान लगातार चलेगा. इसलिए फुटपाथ व ठेला पर रोजगार करने वाले चिह्नित स्थान पर जाकर रोजगार करें.
यह शहर आपका है इसे सुंदर बनाना सबों की जिम्मेदारी : नगर आयुक्त
नगर आयुक्त निखिल धनराज ने कहा कि नगर निगम अतिक्रमण मुक्त शहर बनाने के लिए काम कर रही है, लेकिन यह शहर आपका है और इसे सुंदर बनाकर रखना आप सभी की जिम्मेदारी है. शहर की सड़कों और फुटपाथ का अतिक्रमण होने से न सिर्फ यातायात अवरूद्ध हो रहा है, बल्कि समय-समय पर विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो रही है. उन्होंने कहा कि शहर के बीचोंबीच स्थित राजा बाजार को तोड़ कर जी प्लस टू मार्केट कांप्लेक्स बनाया जाएगा, जिसे फुटकर विक्रेताओं को आवंटित किया जायेगा. जिस पर अभी कुछ चंद लोग राज कर रहे हैं. जो आपको गुमराह कर रहे है. उन्होंने फुटपाथ व ठेला वालों से अपील किया कि वे चिह्नित स्थानों पर जाकर रोजगार करें, तत्काल वहां रौशनी, पानी व शौचालय जैसी मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराना निगम की जिम्मेदारी रहेंगी.
सदस्यों के बीच एक दूसरे पर लगता रहा आरोप-प्रत्यारोप
बैठक में मुंगेर शहर के कई संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. जिनके बीच अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर आपसी सहमति नहीं बन रही थी और एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का भी दौर चलता रहा. मुंगेर चैंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष अशोक सितारिया ने कहा कि बैठकें होती है पर नतीजा सिफर रहता है. निगम द्वारा चलाये जा रहे अतिक्रमण मुक्ति अभियान का चैंबर पूरा समर्थन करती है. चैंबर प्रवक्ता जयकिशोर कुमार संतोष ने कहा कि सच्चे मन से इस समस्या का समाधान किया जाना चाहिए. यह मुंगेर की आज बड़ी समस्या हो गयी है. रेड क्राॅस सोसायटी के चेयरमैन डा. सुधीर कुमार सिन्हा ने कहा कि अतिक्रमण हटना जरूरी है. क्योंकि दिन-प्रतिदिन शहर के बाजार पर ई-रिक्शा और ठेले वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. मुंगेर मंच के संजय बबलू ने कहा कि हर लोगों की इच्छा है कि शहर से अतिक्रमण हटे, लेकिन यह संभव नहीं हो पा रहा है. सभी वार्डों में वेडिंग जोन बनाकर इनको स्वचालित रखा जाय. राइन सभा के आलम ने कहा कि अतिक्रमण स्थानीय लोग करते हैं, ठेला वाले बदनाम होते हैं. सर्वदलीय समिति के पप्पू यादव ने कहा कि ठेला वाले अतिक्रमण नहीं करते हैं, स्थानीय दुकानदार किराया फुटपाथ देकर अतिक्रमण करवा रहे है. गरीबों की हकमारी नहीं सही जायेगी. केंद्रीय पहलाम कमेटी के अध्यक्ष मो. फैसल अहमद रूमी ने कहा कि स्थायी दुकानदार जो अपनी आगे के फुटपाथ को देकर किराया लेते हैं उसकी जांच हो और वैसे दुकानदार पर कार्रवाई हो. शहरी फुटपाथ विक्रेता संघ-मुंगेर के अध्यक्ष मो आरिफ ने कहा कि हम ठेला वाले छोटा-मोटा रोजगार कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषन करते है. मुख्य बाजार में जितने भी दुकानदार है वह ठेला वाले से प्रति दिन 200 से 300 रुपये वसूली कर रहे है. ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाये. जफर अहमद ने कहा कि निगम दबाव में काम कर रहा है. वैकल्पिक व्यवस्था देने के बाद ही अतिक्रमण हटाया जाये.
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