देश में चल रही पूंजीपतियों, भू-माफिया, भ्रष्ट अफसर व नेताओं के गठजोड़ का राज
किसानों के लागत से फसल का डेढ गुना दाम दो,
एआईकेकेएमएस के बैनर तले जुलूस निकाल कर सरकार के खिलाफ लगाया जमकर की नारेबाजी मुंगेर ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के बैनर तले सोमवार को मुंगेर रेलवे स्टेशन के समीप से विशाला जुलूस निकाला गया. जिसका नेतृत्व भरत मंडल, रविंद्र मंडल, पंकज प्रीतम, सुधीर यादव, जितेंद्र कुमार, विकास कुमार, गीता साव, राजकुमार मंडल, नारायण यादव ने संयुक्त रूप से किया. जो शहीद स्मारक पहुंच कर सभा में तब्दील हो गयी. बाद में एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी से मिलकर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. जुलूस में शामिल किसान, खेत मजदूरों ने बिजली बिल कानून 2023 निरस्त करो, गरीबों से पैसा चूसने वाली मशीन प्रीपेड स्मार्ट मीटर पर रोक लगाओ, किसानों के लागत से फसल का डेढ गुना दाम दो, एमएसपी की गारंटी करनी होगी, खेत मजदूर को पूरे साल काम एवं पर्याप्त मजदूरी देनी होगी, 60 वर्ष से अधिक आयु के किसानों एवं मजदूरों को 10,000 मासिक पेंशन देनी होगी, नौवागढी स्थित रायपोखर एवं मैदान की जमाबंदी को रद्द करना होगा के नारे लगा रहे थे. जबकि अवैध तरीके से सरकारी जमीन का रसीद काटने वाले पर कार्रवाई, भूमाफिया, नेता, अफसर गठजोड़ मुर्दाबाद के नारे लगाये. संगठन के जिला सचिव भरत मंडल ने कहा केंद्र और राज्य सरकारों की नीतियां किसान-मजदूर विरोधी है. दिल्ली किसान आंदोलन में केंद्र सरकार एमएसपी के गारंटी करने और बिजली बिल कानून 2023 रद्द करने का वादा किया था. लेकिन किसान मजदूर स्मार्ट मीटर का बिल भरते भरते परेशान है. फिर भी सरकार प्रीपेड मीटर लगाने पर आमादा है. यह राज पूंजीपतियों ,भूमाफिया, भ्रष्ट अफसर और भ्रष्ट नेताओं के गठजोड़ से चल रहा है. जिसके चलते किसान मजदूर बदहाल हैं. उन्होंने कहा कि नौवागढी स्थित रायपोखर मैदान की जमाबंदी रद्द करने का आदेश सदर एसडीओ ने किया. लेकिन एडीएम व सीओ मुंगेर के भ्रष्ट नेताओं के इशारे पर मामले को टाल मटोल कर रहे है. दलित महादलित बस्तियों में पीने के पानी, आने-जाने के लिए सड़क , रहने के लिए घर भी नहीं है. जुलूस में सैकड़ों की संख्या में किसान, खेत मजदूर शामिल थे.
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