सदर अस्पताल में सीएसने की स्वास्थ्य कर्मियों के साथ नियमित टीकाकरण से संबंधित समीक्षा बैठक मुंगेर. सरकार 95 प्रतिशत नियमित टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग संकल्पित है. ऐसे में नियमित टीकाकरण को लेकर पूरी तरह सजग रहे. खासकर जीरो डोज वाले एक साल के जिले में 25 प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित करें. जिससे गैप को कम किया जा सके. यह निर्देश सोमवार को सदर अस्पताल के प्री-फैब्रिकेटेड अस्पताल में नियमित टीकाकरण से संबंधित समीक्षा बैठक के दौरान सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिन्हा ने दी. उन्होंने निर्देश दिया कि 95 % से कम अच्छादन वाले प्रखंड टीकाकारण का शत-प्रतिशत आच्छादन करना सुनिश्चित करें व जरूरत पड़ने पर कम अच्छादन वाले क्षेत्र को चिह्नित कर वहां स्पेशल सत्र का आयोजन करें. जहां सभी गर्भवती महिला का एएनसी जांच एवं टीकाकरण से वंचित लाभार्थी को टीका लगाकर टीकाकृत करना सुनिश्चित करें. इस दौरान उन्होंने प्रसव केंद्र और यूविन पोर्टल के आंकड़े में प्रसव की समानता बनाये रखने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि समीक्षा के दौरान इसमें भिन्नता पायी गयी है. इस कार्य में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इस दौरान सिविल सर्जन ने जीरो डोज वाले एक साल के बच्चों के टीकाकरण की समीक्षा की. जिसमें उन्होंने कहा कि जन्म से एक साल के अंदर पेंटा टीका का पहला डोज नहीं लेने वाले बच्चों को जीरो डोज माना जाता है. जिले में अबतक कुल 28,993 बच्चों में 21,748 बच्चों को पेंटा का पहला डोज पड़ा है. जबकि 7,245 बच्चों को अबतक पेंटा का पहला डोज नहीं पड़ा है. जिसके कारण फूल इम्यूनाइजेशन पर असर पड़ता है. उन्होंने इसे विशेष रूप से ध्यान देते हुये जीरो डोज वाले बच्चों को टीकाकृत करने का निर्देश दिया. मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. फैजुद्दीन, डीपीएम मो. फैजान आलम अशरफी, डैम संजीव कुमार, एमएनई शशिकांत प्रकाश, डीसीएम निखिल राज, डब्लूएचओ की डॉ अथिना रोज, डॉ निमिशा, यूएनडीपी के सुधाकर कुमार तथा यूनिसेफ के अमित कुमार मौजूद थे.
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