Bihar Traffic Problems: सफियासराय थाना चौक पर जाम अब आम बात हो गयी है. हालात यह है कि 24 घंटे में 48 बार यहां जाम लगती है. जिसके कारण किसी का ट्रेन तो किसी का स्कूल छूट रहा है. यह जाम कोई दुर्घटना या अन्य आपदा के कारण नहीं, बल्कि एनएच-80 के निर्माण कार्य में लगी एजेंसी इसका मुख्य कारण है. जो विकास के नाम पर आम जनता को परेशान कर रही है. हद तो यह है कि जिम्मेदारों ने भी मौन धारण कर लिया है. जिसके कारण हर दिन राहगीरों को यहां पर जाम का सामना करना पड़ता है.
Bihar Traffic Problems: 24 घंटे में 48 बार लगा जाम
मंगलवार की शाम सफियासराय थाना के समीप चौक पर एनएच-80 के दोनों ओर और मुंगेर-जमालपुर के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी थी. कभी-कभी आगे वाली वाहन सरकती थी तो पीछे वाले वाहन चालक और उस पर बैठे राहगीर खुश हो जाते थे. लेकिन 10 सेकेंड में चौक पार करने की उनकी मंशा 20 मिनट में भी पूरा नहीं हो पाया. मंगलवार को यहां कोई पहली बार जाम नहीं लगी थी. इसका सामना राहगीरों को भर दिन करना पड़ता है. हालात यह है कि 24 घंटे में यहां 48 दफे जाम लगती है. सुबह में इस होकर 100 से अधिक स्कूल वाहन, सैकड़ों बच्चे मोटर साइकिल से स्कूल जाने के लिए गुजरते है. अगर एक घंटा पहले वह नहीं निकलेंगे तो यह जाम स्कूल तक छुड़वा देती है. यही हात जमालपुर स्टेशन से ट्रेन पकड़ने वाले यात्रियों के साथ हो रही है. अगर एक घंटा पहले मुंगेर शहर के लोग घर से नहीं निकले तो जाम उनकी ट्रेन छुड़वा देंगी. हर रोज दर्जनों लोगों का ट्रेन छूटता है.
Bihar Traffic Problems: सड़क पर मलवा का ढेर,जिम्मेदार मौन
एनएच-80 निर्माण का कार्य चल रही है. निर्माण कार्य कर रही एजेंसी विकास के नाम पर लोगों को परेशान कर रही है. सड़क की ढलाई रणनीति बना कर नहीं किया जा रहा है. जबकि निर्माण हो चुकी एनएच-80 की सड़क पर मलवा का ढेर लगा कर छोड़ दे रही है. जिसकों छोटी वाहन तो दूर बड़े व्यवासयिक वाहन भी पार नहीं कर पा रहे है. जिसके कारण वाहन खड़ी हो जाती है और देखते ही देखते जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है और सफियाराय थाना चौक के चारो ओर जाने वाले रास्ते पर वाहनों की लंबी कतार लग जाती है. कभी महिला पुलिस तो कभी वृद्ध गृहरक्षक को सफियाराय थाना की ओर से जाम हटाने में लगा दिया जाता है. लेकिन उनकी एक नहीं चलती है और जाम की स्थिति बनी रहती है. यातायात पुलिस भी इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. जबकि जिले के वरीय अधिकारियों ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है. जिसके कारण हर दिन राहगीरों को जाम से दो-दो हाथ करना पड़ता है.