प्रतिनिधि, असरगंज. नवरात्र में मां दुर्गा के नौ स्वरूप की पूजा की जाती है. श्रद्धालु भी अपने-अपने इच्छानुसार मां की भक्ति करते हैं. कोई फलाहार पर रहकर नवरात्रा करते हैं तो कोई लहसन-प्याज को वर्जित कर अरवा चावल व सेंधा नमक का उपयोग करता है. धार्मिक दृष्टिकोण से इसे शुद्ध माना जाता है, लेकिन भागलपुर-मुंगेर जिले के सीमा पर स्थित कमरांय दुर्गा मंदिर में एक युवक ने भक्ति की शक्ति का परिचय देते हुए अपने सीने पर कलश रखकर भक्ति में डूबे हुए हैं. नवरात्रि के प्रथम पूजा के दिन पंडित मुकेश कुमार झा द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ 31 वर्षीय विश्वजीत कुमार सिंह के सीने पर कलश स्थापित कराया गया. विश्वजीत बांका जिला अंतर्गत शंभूगंज थाना क्षेत्र के चटमाडीह गांव के रहने वाले हैं. उसकी इस साधना को देखने के लिए कमरांय दुर्गा मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. उसकी पत्नी अवंतिका देवी ने कहा कि पूरे नौ दिनों तक वे किसी भी प्रकार का आहार नहीं लेते हैं. केवल चेहरा को तुलसी और गंगाजल से पोछा जाता है. साधना करने से पहले ही विश्वजीत अभ्यास करता है और नवरात्रा के प्रथम पूजा के दिन से ही वह अपने सीने पर कलश स्थापित कर मां दुर्गा की भक्ति में लीन हो जाता है. उनकी इस साधना को देखने के लिए हर कोई दुर्गा मंदिर पहुंच रहे हैं. कहा जाता है कि आस्था की भक्ति के आगे मानव कुछ भी करने को तैयार हो जाता है. ऐसा ही एक मिसाल पेश कर रहा है विश्वजीत. मंदिर के सेवक मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि नवरात्रि के अवसर पर विश्वजीत दूसरा वर्ष मां के दरबार में सीने पर कलश स्थापित कराया है और वे तीन साल तक अपने सीने पर कलश स्थापित करायेंगे. उनकी आस्था और साधना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है. दुर्गा मंदिरों में पूजा-अर्चना व संध्या महाआरती से माहौल हो रहा भक्तिमय हवेली खड़गपुर. शारदीय नवरात्र पर प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण और शहरी इलाकों में धार्मिक चहल-पहल का वातावरण देखा जा रहा है. चारों ओर लोग माता दुर्गा की भक्ति में लीन नजर आ रहे हैं. प्रखंड के मुलुकटांड़, कुलकुला मंदिर, हाट चौक, पश्चिम अजीमगंज, मुजफ्फरगंज, खंडबिहारी, पहाड़पुर, धपरी, रतैठा, तेघड़ा समेत विभिन्न दुर्गा मंदिरों में संध्या महाआरती की जा रही है. ग्रामीण क्षेत्र के तेघड़ा गांव स्थित महादेव स्थान प्रांगण में स्थित दुर्गा मंदिर में नवरात्रा के चौथे दिन संध्या महाआरती में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा. पंडित के वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच सुरों में पिरोकर आरती श्री महारानी की जय जय सब कहिए… से पूरा मंदिर परिसर धार्मिक भक्ति की आगोश में समाया नजर आया. वहीं महाआरती के बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. मौके पर दीपक कुमार, प्रशांत मिश्रा, निशांत मिश्रा, धनराज, अमन, अभिषेक, ऋषव, मनीष समेत धर्मानुरागी और मंदिर समिति के सदस्य मौजूद थे.
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