दिन भर चलता रहा पूजा-अर्चना का दौर, विभिन्न प्रकार के झूलों का युवाओं व बच्चों ने उठाया आनंद
मुंगेर. सीताकुंड माघी मेला के दूसरे दिन भी आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा. भारी संख्या में महिला-पुरुष श्रद्धालु सीताकुंड पहुंचे. दिन भर स्नान व पूजा-अर्चना का दौर चलता रहा. जबकि मेला आये युवक-युवतियां व बच्चों ने झूलों का जहां जमकर आनंद उठाया. वहीं स्वादिष्ट व्यंजनों को चखा. देर शाम तक मेला का दौर चलता रहा.दूसरे दिन भी सीताकुंड माघी मेला में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
एक माह तक चलने वाली माघी मेला की शुरूआत पूर्णिमा के दिन बुधवार को हो चुका है. दूसरे दिन गुरुवार को भी श्रद्धालुओं का जन सैलाव सीताकुंड में उमड़ पड़ा. अहले सुबह से ही बेगूसराय, खगड़िया. नवगछिया, सहरसा, सुपोल, मधेपुरा, लखीसराय, जमुई, शेखपुरा से श्रद्धालु पहुंचने लगे थे. अधिकांश श्रद्धालु जहां निजी वाहन और छोटे-छोटे वाहनों को रिजर्व कर सीताकुंड माघी मेला में भाग लेने पहुंचे. वहीं रेल मार्ग से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु सीताकुंड पहुंचे. दिन भी लोगों का आना-जाना लगा रहा. जबकि शाम में स्थानीय महिला-पुरुष, युवक, युवतियां एवं बच्चों की भीड़ मेला में उमड़ पड़ी. जिसने मेला में लगे ड्रेगन, ट्रेन, जीप, जंपिंग झूला सहित अन्य झूला का आनंद उठाया.दूसरे दिन 30 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने की पूजा
माघी मेला के दूसरे दिन 30 हजार से अधिक श्रद्धालु आस्था और विश्वास के साथ सीताकुंड पहुंचे. सर्वप्रथम श्रद्धालुओं ने सीताकुंड का गर्म जल हाथ में लेकर आचमन किया. इसके बाद बारी-बारी से राम, भरत, लक्ष्मण शत्रुघ्न कुंड में जाकर पूजा-अर्चना की. बाद में सीताकुंड परिसर में स्थित बजरंगबली मंदिर सहित अन्य मंदिरों में पूजा-अर्चना की. दिन भर श्रद्धालु आते रहे और पूजा-अर्चना का दौड़ चलता रहा. दर्जनों की संख्या में मौजूद पुजारी श्रद्धालुओं को जहां पूजा-अर्चना कराते दिखे. वहीं नये श्रद्धालु पंडितों से सीताकुंड के बारे में जानने को काफी उत्सुक दिखे.सिंदूर व प्रसाद की जमकर हुई खरीदारी
सीताकुंड में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे है. जिसमें सर्वाधिक भीड़ महिलाओं और युवतियों की रही. जिसने सुहागिन महिलाओं ने जहां पूजा-अर्चना के बाद सुहाग की निशानी सिंदूर की खरीद की. वहीं शृंगार प्रसाधन की भी खरीद की. सीताकुंड परिसर एवं बाहरी मैदान में 50 से अधिक प्रसाद और शृंगार प्रसाधन की दुकान लगी हुई, जहां पर देर शाम तक शृंगार प्रसाधन की खरीदारी महिलाओं को करते देखा गया.लकड़ी के समान समेत खिलौना की हो रही बिक्री
सीताकुंड मैदान में दो दर्जन से अधिक फर्नीचर का दुकान सजा हुआ है. जहां पर कारपेंटर लगातार फर्नीचर का निर्माण कर रहे है. जबकि सिलबट्टा सहित अन्य घरेलू सामनों का दर्जन भर दुकान वहां लगा हुआ है. मेला में आने वाले सभी लोग अपने हिसाब से लकड़ी के सामन और घरेलू समान खरीद कर मेला की निशानी के तौर पर ले जा रहे है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है