श्रावणी मेला में नशीले पदार्थ की बिक्री एवं सेवन पर नहीं लग पा रहा प्रतिबंध

टन टनाटन गांजा टान, एक टान में बाबा धाम... के बीच लग रहे गांजा के कस

By Prabhat Khabar News Desk | July 25, 2024 7:52 PM

टन टनाटन गांजा टान, एक टान में बाबा धाम… के बीच लग रहे गांजा के कस

तारापुर

विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में नशीले पदार्थ की बिक्री एवं सेवन पर प्रतिबंध लगाया गया है. बावजूद कांवरिया नशीले पदार्थ के तौर पर गुटखा, सिगरेट व गांजा का सेवन कर रहे हैं. गांजा पीते हुए कांवरिया यह भी कहते हैं कि टन टनाटन गांजा टान, एक टान में बाबा धाम… इसके अलावे कांवरिया पथ में बच्चे हो या बुढे सभी अपने-अपने तरीके से व्यवसाय कर कमाने में जुटे हैं. चाहे चाय-पान की दुकान हो या बच्चे द्वारा भोलेनाथ की तस्वीर या स्लोगन उकेर कर कमाने में जुटे हैं. वहीं दुकानदार झरना के माध्यम से पानी की बर्बादी करने में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे.

प्रतिबंध के बावजूद नशीले पदार्थ का सेवन कर रहे कांवरिया

विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में कांवरिया पथ पर नशीले शराब की बिक्री एवं उसके सेवन पर प्रशासन द्वारा रोक लगाया गया है. बावजूद कांवरिया जहां-तहां रुक कर विभिन्न प्रकार के नशा का सेवन कर रहे हैं. चाहे सिगरेट हो या विभिन्न कम्पनी के गुटखा या गांजा की फूंक लगाते हुए आसानी से दिख जाते हैं. वहीं शिव भक्तों का कहना है कि टन टनाटन गांजा टान एक टान में बाबा धाम. जबकि कांवरिया पथ में जगह-जगह दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस बल की तैनाती की गई है. फिर भी कांवरिया नशीले पदार्थ का सेवन खुलेआम कर रहे हैं. यदि कांवरिया पथ के दुकानों पर छापेमारी की जाय तो लाखाें रुपये का नशीले पदार्थ की सामग्री जब्त की जा सकती है.

कांवरिया मार्ग में हो रही पानी की बर्बादी

कांवरिया मार्ग में सरकार द्वारा कांवरिया की सुविधा को लेकर कई स्थानों पर झरना लगाया गया है. जहां कांवरिया के आने पर उन्हें चालू किया जाता है. परन्तु निजी दुकानदारों द्वारा लगातार झरना के माध्यम से पानी को बहाया जाता है. चाहे उसके दुकान पर कांवरिया रहे अथवा नहीं रहे, झरना निरंतर चलता रहता है. बंद तभी होता है जब बिजली गुल होती है. जबकि अनुमंडल प्रशासन द्वारा यह घोषणा की गई है कि पानी की बर्बादी नहीं हो और कांवरिया के आने पर ही झरना से स्नान कराया जाय. लेकिन दुकानदार इस पर अमल नहीं कर रहे हैं और बेवजह पानी की बर्बादी करने में लगे हैं. छत्रहार मोड़ पर तैनात दंडाधिकारी श्रम प्रवर्त्तन पदाधिकारी कुमार रमण कहते हैं कि कई बार दुकानदारों को पानी की बर्बादी नहीं करने के लिए मना किया. उस समय तो बंद कर देते हैं. लेकिन फिर चालू कर छोड़ देते हैं.

बच्चे से बुढे तक कांवरिया पथ में कांवरियों की करते हैं सेवा

फोटो संख्या :फोटो कैप्शन : 30. कांवरियों की सेवा करता बच्चे

तारापुर : एक माह तक चलने वाले श्रावणी मेला में बच्चे से लेकर बुढे तक कांवरिया पथ में विभिन्न प्रकार के व्यवसाय में लगे रहते हैं. होटल हो या छोटी-मोटी चाय-पान की दुकान, सभी स्थानों पर लोग कांवरिया की सेवा में लगे रहते हैं और अपने व्यवसाय को बढाते रहते हैं. इस मार्ग में छोटे-छोटे बच्चे शिव-पार्वती के टेटू, त्रिशुल या बोलबम के नारे को हाथों एवं शरीर पर उकरवाने के लिए कांवरियों को प्रेरित करते हैं. इस प्रकार के टेटू को लिखवाकर कांवरिया भी खुश होते हैं और बच्चों को कुछ कमाई भी हो जाती है. गुरुवार को गोगाचक धर्मशाला के बाहर बच्चे कांवरिया के हाथों में बाबा की तस्वीर उकेर रहे थे और कांवरिया भी खुश थे.

नगर पंचायत ने कांवरिया मार्ग एवं मुख्य मार्ग में लगाया पियाउ

तारापुर : श्रावणी मेला में कांवरियाें को शुद्ध पेयजल उपलबध कराने के लिए तारापुर नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी नितेश कुमार द्वारा सात स्थानों पर पीने के पानी के लिए आरओ की व्यवस्था की गई है. नगर क्षेत्र के धोबई, गोगाचक, छत्रहार मोड़, मिल्की मोड़, तारापुर थाना चौक सहित सात स्थानों पर आरओ के पानी को घड़े में डालकर पेयजल की सुविधा प्रदान की है. इसके अलावे गोगाचक के पास शिविर बनाकर कांवरिया को जल पिलाया जा रहा है. जबकि रविवार एवं सोमवार को शरबत की व्यवस्था की गई है. इसके लिए कर्मियों को लगाया गया है जो पानी समाप्त होने पर उसमें भरते रहते हैं.

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