अमीर बनने की चाह में मुंगेर के युवा बन रहे अपराधी

यूपी पुलिस ने अलग-अलग स्थानों पर इनकाउंटर में दो अपराधियों को ढेर कर दिया

By Prabhat Khabar News Desk | December 25, 2024 6:56 PM

दूसरे प्रदेश में बड़ी आपराधिक वारदात को दे रहे अंजाम

एनकाउंटर में गंवा रहे अपनी जान

मुंगेर

हथियार व चलती ट्रेन में यात्रियों के समान उड़ाने को लेकर पहले से ही बदनामी झेल रहा मुंगेर एक बार फिर उत्तर प्रदेश और गुजरात जैसे राज्यों में बैंक डाका कांडों को लेकर सुर्खियों में है. मुंगेर के युवा दूसरे प्रदेश में जाकर बड़ी-बड़ी आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. कम समय में अमीर बनने की चाह में ऐसे युवा अमीर तो नहीं बन पाये, लेकिन पुलिस एनकाउंटर में जान गंवा बैठे. अब परिवार के लोग रो-बिलख रहे हैं.

मजदूरी करने जा रहे दूसरे राज्य, दे रहे आपराधिक घटनाओं को अंजाम

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में सात अपराधियों ने इंडियन ओवरसीज बैंक के 40 लॉकर को तोड़ कर करोड़ों का जेवरात लूट लिये थे. इसमें चार अपराधी तो सिर्फ मुंगेर जिले के ही थे. हालांकि यूपी पुलिस ने अलग-अलग स्थानों पर एनकाउंटर में दो अपराधियों को ढेर कर दिया. इसमें असरगंज थाना क्षेत्र के चोरगांव पंचायत के निवासी रामानंद बिंद का पुत्र 24 वर्षीरू शोभित कुमार व उसी प्रखंड के अमैया गांव निवासी स्व नंदलाल बिंद का 30 वर्षीय पुत्र सन्नी कुमार की एनकाउंटर में मौत हो गयी है. एनकाउंटर में एक अपराधी अरविंद बिंद घायल है, जो मुंगेर जिले के ही मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सीताकुंड डीह बिंदटोली निवासी चौधरी सिंह का पुत्र है. हवेली खड़गपुर थाना क्षेत्र के बरूई गांव निवासी एक अपराधी यूपी पुलिस के गिरफ्त में है. इस वारदात ने एक बार फिर मुंगेर को देश में शर्मसार किया है.

गुजरात बैंक लूट में भी मुंगेर के अपराधियों की संलिप्तता

गुजरात के सूरत जिले के कोसंबा पुलिस स्टेशन क्षेत्र स्थित यूनियन बैंक की दीवार को काट छह लॉकरों से करोड़ों के गहनों व नकद की लूट हुई. जब गुजरात पुलिस ने सीसीसीटी फुटेज खंगाला तो अपराधियों की शिनाख्त हुई. इसमें दो अपराधी मुंगेर का निकला. गुजरात पुलिस ने मुंगेर जिले की एसटीएफ टीम की मदद से खड़गपुर थाना क्षेत्र के मधुवन दरियापुर गांव निवासी 24 वर्षीय खिरो प्रकाश बिंद और असरगंज थाना क्षेत्र के चोरगांव निवासी कुंदन कुमार धरनीधर को गिरफ्तार किया. दोनों ने बैंक लूट में अपनी संलिप्तता भी स्वीकार की. इस घटना में भी मुंगेर के अपराधियों की संलिप्तता रही है.

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अमीर बनने की चाहत में चुन लिया गलत रास्ता, गंवा दी जान

मुंगेर. गुजरात व उत्तर प्रदेश के बैंक डाका में दो बात समान है. डाका में संलिप्त अपराधी सभी मजदूरी करने के लिए गुजरात व यूपी गये थे. दोनों बैंक लूट कांड में एक ही पैटर्न का इस्तेमाल किया गया था. इसमें दीवार काट कर बैंक लॉकर को लूटा गया. मजदूरी करने गये मुंगेर के युवा को अमीर बनने की चाहत ने अपराधी बना दिया. इतना ही नहीं कम समय में अमीर बनने की चाहत में बैंक लूट जैसी वारदात को अंजाम देने से इन लोगों ने गुरेज नहीं किया. इस वारदात को अंजाम देने में मुंगेर के दो अपराधियों की जान भी यूपी से पुलिस एनकाउंटर में चली गयी. जब मृतक व गिरफ्तार अपराधियों के घर पर पत्रकार पहुंचे तो पाया कि आज भी इनके परिवार झुग्गी झोपड़ी में रहने को विवश हैं. जिस परिवार की स्थिति सुधारने के लिए वे अपराधी बने उस परिवार की स्थिति भी नहीं सुधरी और अपनी जान भी गंवा बैठे.

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हथियार व चलती ट्रेन से समान गायब करने के मामले में पहले से बदनाम है मुंगेर

मुंगेर.

हथियार के अवैध कारोबार के लिए मुंगेर देश और दुनिया में प्रसिद्ध है. इसका कनेक्शन डी-कंपनी तक से जुड़ा है. कई मामलों में आज भी एनआइए की टीम को मुंगेर आना पड़ रहा है. यहां के हथियार तस्करों की सांठ-गांठ इतनी तगड़ी है कि मध्यप्रदेश के जबलपुर आयुध कारखाना से सेना के लिए बने एके-47 तक को चुरा कर मुंगेर ले आया. आज भी एनआइए की टीम जहां अवैध हथियार तस्कर संजीव साह पर इनाम घोषित कर उसे ढूढ़ रही है. मुंगेर पुलिस ने भी उस पर एक लाख का इनाम घोषित कर रखा है. पर आज तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पायी है. इतना ही नहीं एक समय था जब मुंगेर जिले के बरियारपुर थाना क्षेत्र के पड़िया गांव के उचक्के चलती ट्रेन में देश के कई राज्यों में यात्रियों के सामानों को उड़ाते था. 2005 में दिल्ली से गिरफ्तार बरियारपुर के जुगवा मंडल के बारे में तत्कालीन मुंगेर के एसपी ने कहा था कि महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, ओडिशा आदि राज्यों में अपना गैंग तैयार कर जुगवा लूट और अन्य वारदात को अंजाम देता था. भुवनेश्वर में पड़िया के कुछ लड़कों को साथ लेकर उसने एक संगठित गिरोह बना लिया था. महाराष्ट्र और उड़ीसा में पूर्व में हुए गैंगवार में मुंगेर के लोगों के नाम सामने आये था.

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